India News (इंडिया न्यूज़),कोटा,Kota News: आज-कल लोग धोखाधड़ी इतनी कर रहे है कि वे न तो, सरकार से ड़रते और न ही प्रशासन से। जी हां एक ऐसा ही ममला राजस्थान के कोटा से आ रहा है। यहां चार साल से एक कांस्टेबल अपने ही विभाग और विधायक की आंखों में धूल झोंकता रहा और सरकार से अपना वेतन लेता रहा। इसके बाद भी विधायक को कानो-कान इसकी खबर तक नही लगी और ना ही पुलिस प्रशासन को इसकी भनक लगी। इस बीच इस कांस्टेबल ने चार साल से लगातार वेतन भी उठाया। बतचा दें कि मामला खुला तो आनन-फानन में कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस विभाग में इस मामले को लेकर हडकंप मच गया। तो वहीं विधायक इस मामले मे कुछ बोलना नहीं चाहतीं।
आपको बता दें कि ये पूरा मामला कोटा की लाडपुरा विधायक कल्पना देवी का है। उन्होंने पुलिस से एक गनमैन मांगा था। पुलिस ने अपने यहां से एक गनमैन उनके यहां लगा दिया। पुलिस ने सोचा गनमैन विधायक कल्पना देवी के साथ है। लेकिन विधायक कल्पना देवी को लगा की पुलिस ने अभी गनमैन ही उपलब्ध नहीं कराया। यह गलतफहमी चार साल तक यूँ ही चलती रही। ये मामला तब खुला जब हथियार वेरिफिकेशन के लिए पुलिस ने कांस्टेबल जितेन्द्र को फोन किया, लेकिन उसका नंबर दो दिनों तक बंद आया।
बार-बार कॉल करने पर भी जब उसका कॉल नहीं लगा, तब इसके बाद कांस्टेबल को भेजने के लिए पुलिस ने विधायक कार्यालय पर कॉल लगाया और उसको लाइन में भेजने के लिए कहा। जिसके बाद विधायक कार्यालय से ये पता चला कि यहां पिछले चार साल से कोई भी गनमैन नहीं है, इसके बाद तो मानों पुलिस विभाग में हंगामा हो गया। हड़कंप ऐसा मचा कि चार साल से ‘मिस्टर इंडिया’ की तरह नौकरी कर रहे गनमैन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
बता दें वीआईपी को गनमैन देने के बाद में उसका पुलिस लाइन से कोई वास्ता नहीं होता। जहां उनकी ड्यूटी होती है, वहां पर कोई हाजरी भी नहीं लगती। इसी का फायदा कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह ने उठाया और चार सालों तक पुलिस से वेतन लेता रहा। यही नहीं वो तीन साल अपने हथियार की जांच पुलिस लाइन में करवा रहा है, लेकिन विधायक के पास नहीं गया। मामले में बीजेपी विधायक कल्पना देवी से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन बात उन्होंने बात नहीं की।
वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कोटा रामकल्याण मीणा ने कहा कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद इसकी जांच को शुरू कर दी है। विधायक कल्पना देवी के भी बयान लिया गया हैं। उनके बयान के आधार पर कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। जांच अभी चल रही है आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।