India News (इंडिया न्यूज़), Sachin Pilot: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में अब केवल चार से तीन महीनों का समय बचा है। ऐसे में सभी राजनीति पार्टियां इन चुनाव को लेकर एक-दूसरे पर लगातार निशाना साध रही है। लेकिन कांग्रेस के नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चल रही घमासान किसी से छिपे नही छिपी है। तो वही, राजस्थान की सियासत में एक ऐसा मुद्दा उठ रहा है, जिससे कांग्रेस के नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच की दूरियां मिटती हुई नजर आ रही है।
इससे पहले बता दे, बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट को लेकर कमेंट किया था, जिसपर सचिन पायलट ने करारा जवाब देते हुए कहा “राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इसी पर सचिन पायलट ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अमित मालवीय (Amit Malviya) आपके तथ्य और तारीखें गलत हैं, क्योंकि मेरे पिता उसी वर्ष अक्टूबर में वायु सेना में कमीशन हुए थे।”
आपको बता दें कि इसपर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मे अपनी प्रतिक्रिया दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार यानी 16 अगस्त को बीजेपी पर पूर्व कांग्रेस नेता दिवंगत राजेश पायलट का अपमान करने का आरोप लगाया। एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट में, बीजेपी आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया था कि, राजेश पायलट और सुरेश कलमाडी भारतीय वायु सेना के विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च, 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बमबारी की थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजेश पायलट को भारतीय वायुसेना का वीर पायलट बताते हुए कहा “बीजेपी उनके बलिदान का अपमान कर रही है। हालांकि गहलोत की ओर से पायलट के समर्थन में आने और उनके पक्ष में भाजपा को घेरने की वजह से बीजेपी के आरोप हल्के पड़ गए और गहलोत-पायलट के संबंधों में फीकी पड़ी तल्खी चर्चा का विषय बन गई।” इससे यह कयास लगाए जा रहे है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का युं सचिन पायलट के पक्ष में बोलना, उनके बीच की दूरियों को खत्म कर रहा है।
कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे।
उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है। इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 16, 2023