इंडिया न्यूज, अजमेर:
RPSC Started one Time Registration : राजस्थान लोक सेवा आयोग ने देश-प्रदेश के अभ्यर्थियों को नव वर्ष की सौगात दी। सोमवार को आयोग परिसर में आयोजित संक्षिप्त समारोह में अध्यक्ष डॉ. शिव सिंह राठौड ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ..राठौड ने कहा कि आयोग परिवार अभ्यर्थियों के हित में सुविधाओं का विस्तार करने को सदैव प्रतिबद्ध है।
गतवर्ष दिसम्बर माह में आयोग द्वारा अभ्यर्थी परिवेदना पोर्टल एवं 76 भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया गया था। वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के माध्यम से सभी अभ्यर्थियों को विशेषकर दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले अभ्यर्थियों को सहूलियत मिलेगीे।
डॉ राठौड ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि आवेदनों में नाम की वर्तनी, पिता का नाम, गृह जिला आदि जैसी जानकारियों की प्रविष्टि के समय गलती रह जाती है। इसके कारण अभ्यर्थियों को व आयोग को भी काफी परेशानियों का सामना करना पडता है। कई बार अभ्यर्थियों द्वारा गलती सुधारनें के लिए पुन: आवेदन तक कर दिया जाता है। ऐसे में आयोग को एक ही व्यक्ति के 2 व अधिक आवेदन भी प्राप्त होते हैं।
इन आवेदनों में से एक आवेदन को मान्यता देना व दूसरे को खारिज करना पडता है। अभ्यर्थियों की इस समस्या पर आयोग द्वारा काफी समय से गहन अनुसंधान के बाद प्रकिया विकसित करने का कार्य किया जा रहा था। अत्यंत हर्ष का विषय है कि आज आयोग द्वारा वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आॅनलाइन किया जा सका है। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आयोग के नवाचारों की श्रंखला में आन स्क्रींन मार्किंग की भांति यह प्रक्रिया भी मील का पत्थर सिद्ध होगी। (RPSC Started one Time Registration)
डॉ. राठौड ने बताया कि वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर स्टेंडिग कमेटी की बैठक के दौरान भी चर्चा की गई थी। आयोग की इस प्रक्रिया की बैठक में उपस्थित सभी आयोग अध्यक्षों द्वारा सराहना की गई है।
डॉ. राठौड ने कहा कि मीडिया को ह्यह्यचैथे स्तंभह्णह्ण के रूप में जाना जाता है। 18वीं शताब्दी के बाद से, खासकर अमेरिकी स्वतंत्रता आंदोलन और फ्राँसीसी क्रांति के समय से जनता तक पहुँचने और उसे जागरूक कर सक्षम बनाने में मीडिया ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया अगर सकारात्मक भूमिका अदा करें तो किसी भी व्यक्ति, संस्था, समूह और देश को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक रूप से समृद्ध बनाया जा सकता है।
वर्तमान समय में मीडिया की उपयोगिता, महत्त्व एवं भूमिका निरंतर बढ़ती जा रही है। आयोग के नवाचारों को अभ्यर्थियों तक पंहुचानें में मीडिया समूहों ने भी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन किया है। इसलिये मीडिया कर्मियों से आग्रह है कि आयोग के सकारात्मक कार्यों को आगे भी देश-प्रदेश के युवा अभ्यर्थियों तक पहुँचाने का प्रयत्न करते रहें ।
सचिव श्री एचएल अटल ने कहा कि वन टाइम रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आवेदन प्रक्रिया को अत्यंत सरल बना देगी। अभ्यर्थी मात्र एक बार विवरण दर्ज करेगा व इसका उपयोग आयोग की अन्य भर्ती परीक्षाओं में आवेदन करते समय कर सकेगा। आयोग द्वारा वर्तमान की सुविधा के साथ भविष्य की सोच का भी इस प्रक्रिया के निर्माण में ख्याल रखा गया है। भविष्य में इस प्रक्रिया का उपयोग साक्षात्कार व काउंसलिंग के समय दस्तावेजों के प्रमाणीकरण में भी किया जा सकेगा।
ग्रामीण व दूर-दराज के क्षेत्रों में निवासरत अभ्यर्थियों को आवेदन के लिए अन्य व्यक्तियों व जगह से आवेदन करना पडता है। इस वजह से कभी कभी फोटो, हस्ताक्षर व अन्य मूल विवरण भरने में त्रुटि रह जाती है। इसके फलस्वरूप अभ्यर्थियों को अनावश्यक आर्थिक नुकसान व कष्ट उठाना पड़ता है।
इसलिए आयोग द्वारा अभ्यर्थियों के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है। भविष्य में भी आयोग द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के अन्य नवाचार व प्रणाली के संवर्धन का कार्य किया जाता रहेगा।
वन टाईम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में यदि डुप्लीकेट अभ्यर्थी प्रदर्शित होता है तो उसको अस्थाई तौर पर अनुमत करते हुए फार्म भरने दिया जावेगा किन्तु आयोग बाद में उसका सत्यापन कर उसे अलग अभ्यर्थी होने की दशा में ही ओ.टी.आर. नम्बर देगा।
अन्यथा उसको पूर्व में दिये गये ओ.टी.आर. नम्बर एवं एस.एस.ओ आई.डी.मे विलय/मर्ज करेगा एवं अभ्यर्थी को एस.एम.एस. से सूचित करेगा। प्रथम बार आवदेन पश्चात अभ्यर्थी द्वारा अन्य परीक्षा अथवा विषय में आवेदन के समय पूर्व में प्रविष्ट किया गया पूर्ण डेटा प्रदर्शित होगा ताकि पुन: सम्पूर्ण विवरण नहीं भरना पडे़।इससे आयोग एवं अभ्यर्थी को काफी सहयोग मिलेगा एवं अनावश्यक समस्याओं एवं वादों से निजात मिलेगी(RPSC Started one Time Registration)
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