India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Weather : राजस्थान के मौसम में हर दिन उतार-चढ़ाव जारी है। एक तरफ एक हिस्से में बूंदाबांदी मौसम को सुहाना बना रही है तो दूसरी तरफ भीषण गर्मी और लू से लोगों का बुरा हाल है। मरुधरा के कई हिस्सों में लोग भीषण गर्मी और उमस से बेहाल हैं। मरुधरा के कई हिस्सों में एक बार फिर गर्मी ने जोर पकड़ लिया है। इसके चलते अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार जून के आखिरी सप्ताह में आसमान से राहत की भारी बूंदें गिर सकती हैं। राजस्थान में 19 जून से शुरू होगा प्री मानसून मौसम केंद्र की जानकारी के अनुसार आज 19 जून से राजस्थान में प्री मानसून शुरू होने जा रहा है। इसके चलते आज भरतपुर, धौलपुर, कोटा, बारां, करौली, झालावाड़, अलवर, दौसा में प्री मानसून बारिश शुरू होगी। इसके चलते हवा की दिशा में बदलाव हो सकता है। 13 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी मौसम विभाग ने आज राजस्थान के 13 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में दौसा, भरतपुर, अलवर, झालावाड़, बारां, कोटा, बीकानेर, श्रीगंगानगर, धौलपुर, करौली और हनुमानगढ़ के साथ ही चूरू जिला भी शामिल है। मौसम विभाग के अनुसार आज दोपहर बाद इन जिलों में धूल भरी आंधी चलने लगेगी। साथ ही कई स्थानों पर मेघगर्जन के साथ बारिश भी हो सकती है।
वहीं, पश्चिमी गर्म हवाओं के आने से प्रदेश के अधिकांश जिलों में लू का प्रकोप बढ़ रहा है। अगले 3 से 4 दिनों में प्रदेश में लू के प्रकोप में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। अगर प्रदेश में बारिश की बात करें तो दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश ही दर्ज की जा रही है। अगले 4 से 5 दिनों में पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है।
दोपहर बाद कोटा, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है। पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 19, 20 जून के आसपास उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने के संकेत हैं।
इसके साथ ही तेज धूल भरी हवाएं चलने की भी संभावना है। आने वाले 3-4 दिनों में प्रदेश का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री अधिक दर्ज होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि 25 जून के बाद मौसमी गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी, जिससे प्री-मानसून और अधिक सक्रिय हो जाएगा, जिसके बाद राहत मिलने की संभावना है।
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