India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Hariyali Teej: सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तीज का महत्व महिलाओं के लिए खास है। हरियाली तीज के नाम इस दिन मारवाड़ क्षेत्र में तालाब हिलोरने की रस्में भी निभाई जाती है। भाई बहन के यूं तो कई पर्व मनाए जाते हैं, लेकिन राजस्थान में भाई बहन मिलकर समुद्र हिलोरना की परंपरा भी निभाते हैं। सिरोही नबी इस परंपरा को लेकर भाई-बहन ने सिरोही के सुभाष पार्क में तालाब के पानी में मटका डालकर उसे हिलाते हुए यह परंपरा निभाई।
मंगल गीतों का गान करती सजी-धजी महिलाएं, ढोल की थाप व थाली की झनकार पर नृत्य करते ग्रामीण महिला-पुरुष, परंपगरात वेशभूषा में सजे-धजे महिला-पुरुष, तालाब पर एक-दूसरे को पानी पिलाते सैकड़ों की तादाद में सजे-धजे भाई-बहन, बहनों को चुन्दड़ी ओढ़ाते भाई। कुछ ऐसा ही प्राचीन परंपरा से ओतप्रोत नजारा शनिवार यानी 19 अगस्त को क्षेत्र के सुभाष पार्क कालकाजी बांध में नजर आया।
दरअसल पूर्व में एक परिवार में नई बहू आती थी। तब उनके परिवार की ओर से पूजा कर समंदर हिलोरने की रस्म निभाई जाती है। इस दौरान पूरा गांव भी साथ रहता है। इसी तरह यह परंपरा शुरू हो गई। तभी से गांव की अन्य बहुएं अपने भाइयों के साथ तालाब में पानी हिलोरती है। दरअसल नई बहू के आने पर ही यह रस्म निभाई जाती है। हाल ही में चांदना गांव के लंबे समय बाद दो परिवारों में नई बहू आई है, इस कारण बड़े अंतराल के बाद समंदर हिलोरने की रस्म निभाई गई है।