(जयपुर): राजस्थान के कांग्रेस दिग्गज नेता सचिन पायलट सोमवार यानी 16 जनवरी से पांच दिन के दौरे पर निकलेंगे। वे लगातार पांच दिन तक एक के बाद एक किसान सम्मेलन का आयोजन करेंने के साथ ही दिनभर अलग अलग जगह स्थानीय नेताओं से मुलाकात और कार्यकर्ताओं से मीटिंग का टाइम तय करेगें। पायलट की इन सभाओं में भारी भीड़ जुटाने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है।
पायलट की शक्ति प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस में बैचेनी बढ़ गई है। एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 16 और 17 जनवरी को अपने चार साल के कार्यकाल की समीक्षा करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिए जयपुर में बैठक करेंगे। तो वही दूसरी ओर गहलोत के धुर विरोधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट विभिन्न जिलों में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश करते नजर आएंगे।
सचिन पायलट के पांच जिलों में दौरों के चलते कांग्रेस में हलचल बढ़ गई हैं। खासतौर पर सचिन पायलट की वजह से गहलोत गुट के नेताओं की चिंता बढ़ गई है। भले ही पार्टी में सचिन पायलट केवल एक विधायक की भूमिका में हैं। सरकार और संगठन का कोई भी पद उनके पास नहीं है लेकिन पायलट का प्रभाव प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर है। खास बात तो ये है कि पायलट खुद जनता के बीच जाकर उनसे वन टू वन मुलाकात कर रहे हैं।
ऐसे में जनाधार को लेकर विरोधी खेमे की चिंता बढ़ना स्वभाविक है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पायलट कई दिनों तक राहुल गांधी के साथ चलें। विभिन्न राज्यों में राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए और उनसे काफी बातचीत भी की। राहुल गांधी से बातचीत के बाद ही सचिन पायलट किसान सम्मेलन के लिए निकले हैं। ऐसे में यह तो तय है कि पायलट की सभाओं को कांग्रेस आलाकमान की अनुमति प्राप्त है।
सोमवार यानी 16 जनवरी दोपहर करीब 12 बजे सचिन पायलट नागौर जिले के परबतसर में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में किसान सम्मेलन में पहुंचेंगे। वहां विधायक रामनिवास गावड़िया और मुकेश भाकर सहित कई नेताओं ने व्यापक इंतजाम किए हैं। इस सम्मेलन में अच्छी खासी भीड़ एकत्रित होगी। किसान सम्मेलनल के बाद शाम पांच बजे पायलट खींवसर जाएंगे । वहां श्री वीर तेजाजी मंदिर में दर्शन करेंगे। शाम 6 बजे वे नागौर सर्किट हाउस पहुंचेंगे। यहां स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में मुलाकात करेंगे।
अगले दिन 17 जनवरी की सुबह करीब 8 बजे बीकानेर के सर्किट हाउस में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद दोपहर 12 बजे हनुमानगढ जिले के पीलीबंगा स्थित पुरानी धानमंडी में किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। शाम 4 बजे वे हनुमानगढ़ सर्किट हाउस में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। 18 जनवरी को झुंझुनूं जिले के गुढा में, 19 जनवरी को पाली जिले के सादड़ी में और 20 जनवरी को जयपुर के महाराजा कॉलेज में पालयट की सभाएं होंगी।