India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Politics: मुस्लिम समूहों की समीक्षा को लेकर राजस्थान की सियासत में हलचल मच गई है। इसी कड़ी में गहलोत ने एक बार फिर विपक्ष पर कटाक्ष किया है। दरअसल, राजस्थान की भाजपा सरकार ने ओबीसी सूची में शामिल 14 मुस्लिम समूहों की समीक्षा करने का ऐलान किया था। जिसके बाद अब यह मुद्दा गरमा गया है।
क्या है पूरा मामला,(Rajasthan Politics)
राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि आरक्षण का लाभ सभी मुस्लिम नहीं लेते, बल्कि पिछड़े वर्ग के लोग लेते हैं। कुल मिलाकर राजस्थान में 64 फीसदी आरक्षण दिया गया है। इसमें ओबीसी के लिए 21 फीसदी, एससी के लिए 16 फीसदी, एसटी के लिए 12 फीसदी, ईडब्ल्यूएस के लिए 10 फीसदी और अत्यंत पिछड़े वर्ग के लिए 5 फीसदी आरक्षण शामिल है।
केशव प्रसाद मौर्य का कहना रहा कि
वहीं केशव प्रसाद मौर्य का कहना रहा कि, , “कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी और भारत की अन्य पार्टियां हमेशा ओबीसी (OBC) के हक की बात करती है, लेकिन इन लोगों को सिर्फ धोखा दिया जाता है।
2010 से 2024 तक बंगाल में घुसपैठियों और मुसलमानों को ओबीसी प्रमाण पत्र दिए गए, जो ओबीसी समुदाय के सीने में छुरा घोंपने जैसा है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए। अन्य राज्यों में भी इसी तरह की जांच होनी चाहिए। हम उत्तर प्रदेश में भी विस्तृत समीक्षा करेंगे। हम किसी को भी ओबीसी आरक्षण छीनने नहीं देंगे।
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