India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: राजस्थान में पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की ओर से घोषित ‘नो परचेज नो सेल’ हड़ताल के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप संचालकों ने एक बार फिर हड़ताल शुरु कर दी है। वैट में कटौती और डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। पंपों पर वाहनों की लम्बी कतारे है।
पेट्रोल पम्प संचालकों ने नो सेल, नो परचेज हड़ताल के चलते तेल की खरीद और बिक्री बंद कर रखी है। वहीं सूचना मिली है कि सोमवार को पेट्रोलियम डीलर्स सचिवालय की ओर कूच करेंगे। पेट्रोल पंप संचालकों के मुताबिक पिछले सात साल में सरकार ने डीलर कमीशन नहीं बढ़ाया है। राजस्थान के पड़ोसी राज्यो से वैट बहुत ज़्यादा होने से लोगों को अपने वाहनों में महंगा तेल भरवाना पड़ रहा है। जिससे राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगे पेट्रोल पम्प की बिक्री औंधे मुंह गिर गई जिससे इन डीलर्स के सामने व्यवसाय को बचाने की चुनौती खड़ी हो गई है।
फतेहपुर के कोतवाली तिराहे पर घनश्यामदास मुरलीधर पैट्रोल पंप पर वाहनों की लम्बी कतारें लगी है। जिन वाहनों मे पेट्रोल-डीजल खत्म हो चुका है उनके मालिकों को वाहनों को पैट्रोप पंप पर छोड़कर जाना पड़ रहा है। जिसके चलते पूरे दिन वाहन चालक पेट्रोल डीजल के लिए पेट्रोल पंपों से बिना पेट्रोल डीजल लिए ही बैरंग लौटते रहे और पेट्रोल डीजल ना मिलने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तेल की भारी किल्लत के चलते लोगों को अपनें प्रोगाम कैसिंल करने पड़ रहे हैं। अपनी परेशानी बताते हुए फतेहपुर के कोतवाली तिराहे गन्नें की मशीन लगानें वाले दिनेश कुमावत तो रो पड़े। उन्होंने कहा कि हर जगह तेल का खाली पीपा लेकर घुम आयें लेकिन तेल नही मिल रहा। अखिर कैसे वो अपनी जिंदगी को गुजारा करे शाम की रोटी के लाले पड़े पहलें सूचना मिल नही पाई अब तेल के लिए भटक रहा है।
ये भी पढ़ें-Petrol Pump Strike: राजस्थान में आज से पेट्रोल पंप रहेंगे बंद, जानिए क्यों
ये भी पढ़ें-Shiv Ji: कौन हैं देवों के देव महादेव के आराध्य? जानें किसका ध्यान करते हैं भोलेनाथ
ये भी पढ़ें-Vegan: Vegan बनो और लंबी जिंदगी जियो…सुना तो बहुत होगा लेकिन वीगन बनते कैसे हैं, जानिए पूरी बात यहां