India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan Nws: राजस्थान में हर पांच साल बाद सत्ता बदलती है। ऐसे में इस साल के अंत में भी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टी सक्रिय है, खासकर कांग्रेस और बीजेपी। चुनाव को लेकर पार्टियां सगातार दौरा और बैठके भी कर रही है। इन्ही बैठको में से एक बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुस्सा आ गया। गुस्से से लाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी हा पार्टी को लेताओं पर बरस पड़े। CM गहलोत ने अपनी ही पार्टी नेताओं को धमकी दे डाली कि “अगर उनके हाथ में चीजें होती तो वो कब का कई लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा चुके होते।” अब इस खबर के सामने आने के बाद से ही सीएम गहलोत के गुस्से की चर्चा हर तरफ हो रही है। लेकिन आखिर गहलोत के गुस्से का कारण क्या था। तो चलिए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला…
दरअसल, हुआ ये था कि बीते दिन शुक्रवार यानी 11 अगस्त जयपुर के कांग्रेस के वार रूम में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा के लिए पहुंचे थे। हालांकि इस बैठक में जिन नेताओं को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के लिए चुना गया था, उन सभी पर सीएम गहलोत का गुस्सा फुटा। ओबीसी आरक्षण को लेकर दिए बयान से लेकर टिकट को लेकर और मीडिया में दिए बयानों को लेकर गहलोत उन नेताओं पर बरसे। आपको बता दें कि सीएम गहलोत का ये गुस्सा रघु शर्मा, प्रताप सिंह खाचारियावास, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, सुखराम बिश्नोई और निरज डांगी पर निकला।
बता दें कि बैठक में सबसे पहले सीएम गहलोत का गुस्सा पूर्व सांसद और सीडब्ल्यूसी मेंबर रघुवीर मीणा पर फूटा। रघुवीर मीणा ने जैसे ही आदिवासी दिवस पर ओबीसी आरक्षण की ठीक बात नहीं है कहा, तो सीएम गहलोत भड़क गए और उन्होंने कहा कि “तुम्हारी राजनीतिक समझ में औकात क्या है। तीन कमेंट पड़कर तो तुम डर जाते हो।” इसके बाद सीएम गहलोत खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचारियावास पर भड़के। खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचारियावास पर गुस्सा निकालते हुए गहलोत ने कहा कि “तुम्हें बोलने की समझ तो है नहीं। मेरी चलती तो तुम्हें बाहर का रास्ता दिखा देता।” अगला गुस्सा राज्यसभा सांसद नीरज डांगी पर निकला। राज्यसभा सांसद नीरज डांगी पर गुस्सा जाहिर करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि “तीन बार टिकट देने पर हार जाते हो लेकिन फिर भी टिकट के लिए घूम रहे हो”। नीरज डांगी के बाद सीएम गहलोत श्रम मंत्री, सुखराम विश्नोई पर पहुंचे और उन्हें ये कहा कि आप चुनाव हार रहे थे इसी कारण जिला बना दिया तो स्थिति में सुधार हुआ।
पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, प्रताप सिंह खाचारियावास, रघु शर्मा, सुखराम बिश्नोई और निरज डांगी पर जमकर बरसने के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सीएम गहलोत को टोका और कहा कि आपको इनसे प्रेम से बात करनी चाहिए और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी कहा तब जाकर सीएम गहलोत ने मंत्रियों-सांसदों और विधायकों से अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी। हालांकि अब सोशल मीडिया पर सीएम गहलोत का गुस्सा करना चर्चा का विषय बन गया है। लोग के मन में कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों सीएम गहलोत इतना भड़के हुए थे।