(जयपुर): चीन में फिर से एक बार कोरोना अपना कहर बरपा रहा है। अस्पतालों में मरीजो को बेड नहीं मिल रहे हैं, दवाइयां खत्म हो गई हैं, इतनी मौतें कि लाशें रखने की जगह तक नहीं बची। ऐसे में पूरी दुनिया में फिर से कोरोना से डर का माहौल बना हुआ है।
चीन में बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को अलर्ट भेजा है। कोविड मरीजों के साथ पुरानी गाइड लाइन के अनुसार प्रोटोकॉल फोलो करने के निर्देश दिए है। दूसरे देशों से भारत आने वालों पर नजर रखने और उनकी टेस्टिंग करने के साथ वैक्सीनेशन को बढ़ाने के निर्देश दिए गये हैं।
हमने ग्राउंड पर जाकर जाना कि कोरोना से लड़ने के लिए राजस्थान कितना तैयार है. राजस्थान में अभी कुआलालंपुर, बैंकॉक, दुबई, आबूधाबी, शारजाह और मस्कट से फ्लाइट्स आ रही है, लेकिन एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच नहीं की जा रही।
कोविड पीक पर था तब वैक्सीनेशन के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई थीं, लेकिन अब लोग टीका लगवा ही नहीं रहे। स्वास्थ्य निदेशालय के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर (टीकाकरण) डॉ. रघुराज सिंह के मुताबिक वैक्सीनेशन की साइट्स 5 हजार से घटकर 1200-1300 रह गई है। उन्होंने बताया कि लोग वैक्सीनेशन कम करवाने आ रहे हैं, जिसके कारण साइट्स बंद करनी पड़ी है। वैक्सीन की अभी कोई कमी नहीं है।
हेल्थ डिपार्टमेंट के IDSP सैल के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रवीण असवाल के मुताबिक राजस्थान में अभी हर रोज औसतन 3700 से 4000 टेस्टिंग हो रही है। ये टेस्टिंग उन लोगों की हो रही है, जिनको डॉक्टर जांच के लिए लिख रहे है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से रैंडम सैंपलिंग अब नहीं की जा रही। राजस्थान में पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखे तो 5114 सैंपल की जांच में 5 सैंपल पॉजिटिव निकले है। इन पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद राजस्थान में एक्टिव मरीजों की संख्या 52 हो गई है।
जिलेवार स्थिति देखें तो सबसे ज्यादा 45 एक्टिव मरीज जयपुर में है, जबकि सिरोही, उदयपुर में 2-2 और भीलवाड़ा, दौसा, पाली में एक-एक एक्टिव मरीज है।
मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर (टीकाकरण) डॉ. रघुराज सिंह ने बताया कि राजस्थान में अभी वैक्सीनेशन की स्थिति देखें तो 12 साल या उससे ज्यादा एजग्रुप के 5 करोड़ 8 लाख लोगों का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। ये संख्या कुल टारेगट (चिह्नित किए व्यक्तियों) किए गए लोगों का 84 फीसदी है।