India News (इंडिया न्यूज़ ), Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का समय पास है। आचार सहिता लतने से पहले चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार की सभी तैयारियों का जायजा लेकर सब काम जल्द ही खत्म कर दिए जाएगे। बीते कुछ दिनों पहले चुनाव आयोग की केंद्रीय टीम राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी, जहां टीम ने अलग-अलग स्टेक होल्डर के साथ मीटिंग कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया। तो वही, अब केंद्रीय टीम के जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने बुधवार, 4 अक्टूबर को प्रेस कॉफ्रेंस कर चुनाव से संबंधित कई अहम जानकारियां दी।
जयपुर में राजस्थान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने पीसी में बताया – इस बार राजस्थान में 5.26 करोड़ से अधिक वोटर मतदान करेंगे। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या- 5,26,80,545 है। इसमें 2,73,58,627 पुरुष, 2,51,79,422 महिलाएं जबकि 606 वोटर ट्रांस जेंडर है।
बता दें कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया – राज्य में 100 साल से अधिक उम्र वाले वोटरों की कुल संख्या 17241 हैं। वहीं 11.78 लाख वोटर 80 साल से अधिक उम्र के हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया – राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में 22.04 लाख वोटर ऐसे हैं, जिनकी उम्र 18-19 साल है। राज्य में दिव्यांग वोटरों की संख्या 5. 62 लाख हैं।
अगर बात करें अब से पहले चुनाव की तो, राजस्थान में पिछली बार चुनाव के समय 4,77,79,000 वोटर थे। जो इस बार बढ़कर 5,26,80,545 हो गए हैं। जेंडर रेशियो पिछली बार 914 था, जो अब 920 हो गया है।
पीसी में बताया गया – इस बार जहां 90 लाख नये मतदाता जुड़े है तो वही, 40 लाख वोटरों का नाम मतदाता सूची से हटाया गया है। इस तरह कुल 50 लाख नये मतदाता की सूची निकलकर सामने आई है।
चुनाव में इस बार मतदाताओं को कई सुविधाओं का लाभ मिलेगा। राजस्थान में बूथों की संख्या में भी इस बार बदलाव आया है। राज्य में कुल बूथों की संख्या 51,756 हैं। बता दें कि नामांकन के आखिरी दिन के दस दिन पूर्व तक मतदाता सूची में नाम जोड़े जा सकते हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस बार घर से वोट डालने की सुविधा भी मिलेगी। जिसके जरिए 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता घर से वोट डाल सकेंगे। इस तरह ऐसे वोटरों की संख्या हर विधानसभा से 600 से 700 होगी। पूरे राज्य में एक लाख बीस हजार मतदाताओं के घर से वोट डालने की उम्मीद जताी जा रही है। मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर की भी सुविधा होगी। चुनाव से पहले ही नवविवाहिताओं का नाम जोड़ने के लिए कैम्प लगाए गए थे। जिससे अब तक 5.68 लाख महिलाों की नाम जुड़ा जा चुका है।