India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के बजट पर नया आवरण डालकर उसे पेश किया है। उन्होंने इस बजट को निराशाजनक बताया। उन्होंने केंद्र सरकार के बजट को भी निराशाजनक बताया और कहा कि सरकार ने राजस्थान के हक और अधिकार को दिल्ली में गिरवी रख दिया है।
टीकाराम जूली ने कहा कि हमारी सरकार जरूरतमंद परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर दे रही थी। आपने इसे 450 रुपए कर दिया। आपने इंदिरा रसोई के लिए जनवरी से लेकर आज तक अनुदान नहीं दिया। हमने बजट में जयपुर मेट्रो फेज-2 की घोषणा की थी। आपने फिर से वही घोषणा कर दी। हमने ईआरसीपी के लिए 13,500 करोड़ रुपए की घोषणा की थी। आपने उस घोषणा को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। उन्होंने बजट को दिशाहीन, निराशाजनक और प्रदेश को आगे की बजाय पीछे ले जाने वाला बताया।
टीकाराम जूली ने आगे कहा कि बजट में बताया गया कि राज्य का कर्ज 5,79,781 करोड़ रुपए हो गया है। कर्ज और जीएसडीपी अनुपात में राज्य दूसरे नंबर पर है। संभव है कि राज्य में हर व्यक्ति पर 70,800 रुपए का कर्ज हो, लेकिन आगे चलकर यह आंकड़ा 80 हजार तक पहुंच जाएगा। बजट कर्ज का आंकड़ा वोट ऑन अकाउंट से 9 हजार करोड़ रुपए कम है। हमने जितना कर्ज लॉकडाउन के दौरान भी लिया, उससे ज्यादा कर्ज आपने लिया है। आपने राज्य के इतिहास का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आपकी सरकार ने पिछले 75 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा कर्ज लिया है।
जूली ने कहा कि आज राज्य का निष्प्राण बजट पारित होने के अंतिम चरण में पहुंच गया है। कई सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए, लेकिन किसी भी सुझाव को शामिल नहीं किया गया। आप सुझावों को राजनीतिक चश्मे से देखते हैं। उन्होंने निशानेबाज मनु भाकर को ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी और अन्य खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं दीं। जूली ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए कई वीर शहीद हुए हैं। उन्हें श्रद्धांजलि। देश का गौरव बढ़ाने वाले वीरों के परिवारों के लिए सीएम के पास समय नहीं है। यह दुखद है।
जूली ने कहा कि डबल इंजन सरकार का नारा चल रहा है। एक इंजन का चालक प्रधानमंत्री है, जो विदेश में व्यस्त है। दूसरे इंजन का चालक मुख्यमंत्री है, जो दिल्ली के चक्कर लगा रहा है। कोई उनसे मिलने जाता है, तो जवाब मिलता है कि मुख्यमंत्री दिल्ली गए हैं। इसके बावजूद केंद्रीय बजट में राजस्थान को कुछ नहीं मिल पाया। सीएम ने ईआरसीपी और यमुना के पानी को लेकर भगीरथ होने का दावा किया था, लेकिन आज तक न तो एमओयू आया और न ही किसी जिले को पानी मिला। हरियाणा के पूर्व सीएम ने जयपुर आकर कहा था कि राजस्थान को पानी तभी मिलेगा जब बारिश का पानी ज्यादा होगा।
Also Read:-RJ Corruption: रंगे हाथों 1 लाख 70 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया अधिकारी, ACB की बड़ी कार्रवाई
RJ Crime: दोस्त की हत्या के बाद खुद की दी जान, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान!