India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावी साल में तीसरे शिक्षक वर्ग के शिक्षकों को तोहफा दे सकते हैं। गहलोत सरकार ने तबादला नीति भी बनाई है। माना जा रहा है कि कैबिनेट से मंजूरी के बाद तबादला नीति लागू की जाएगी।
इसके बाद डार्क जोन में लगे तृतीय श्रेणी शिक्षकों व शिक्षकों को तबादलों से छूट दी जा सकती है। स्थानांतरण नीति में लंबे समय से एक ही स्थान पर रहने वाले शिक्षकों को स्थानांतरण में वरीयता मिल सकती है। शिक्षक पति पत्नी को एक ही जिले में स्थानांतरण के लिए वरीयता दी जा सकती है।विधवा, परित्यक्त शिक्षिका को तबादले में वरीयता मिल सकती है।
शिक्षक तबादले के लिए छूट का इंतजार कर रहे हैं। तबादला नीति के लिए पहले कुछ राज्यों की नीति का अध्ययन किया गया, अब उसके बाद नीति भी तैयार है और बस कैबिनेट की हरी झंडी का इंतजार है। अब सरकार के सामने दुविधा यह है कि नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है और कुछ दिनों बाद शिक्षकों के तबादले होने वाले हैं।
तबादलों की मांग को लेकर शिक्षक जयपुर में भूख हड़ताल पर चले गए और धरने पर बैठ गए।लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों का आमरण अनशन पांचवें दिन समाप्त हो गया।राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रंजीत मीणा ने कहा कि राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष हरपाल दादरवाल चार दिन से आमरण अनशन पर थे।
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल को जूस पिलाकर हरपाल दादरवाल को आमरण अनशन तोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।जयपुरिया अस्पताल में हरपाल दादरवाल के आमरण अनशन को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्री ने एकीकृत शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गिरिराज शर्मा से फोन पर बात की, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया कि 15 दिनों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले खोल दिए जाएंगे।
report by: KASHISH GOYAL
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