(जयपुर): राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खत्म होने के बाद आज कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक अहम है. राहुल गांधी की राजस्थान में मौजूदगी के दौरान एक-दो वाक्यों को छोड़ दें तो पूरी कांग्रेस एकजुट ही नजर आयी. हालांकि अशोक गहलोत और सचिन पायलट समर्थक अपना काम करते रहे.
चाहे वो राहुल गांधी और अशोक गहलोत के सामने दौसा में सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाना हो. या फिर हिमाचल में कांग्रेस की जीत पर सचिन पायलट की ताजपोशी की मांग करना रहा हो. भीतर भला सब कुछ ठीक नहीं है.
याद दिला दें नए प्रदेश प्रभारी बनने के बाद जब सुखजिंदर सिंह रंधावा राजस्थान आये थे तो कहा था कि बातचीत से हल निकालने की कोशिश होगी. आज होने वाली कांग्रेस स्टेयरिंग कमेटी की बैठक इस मायने में भी महत्वपूर्ण हो जाती है. क्योंकि आज मंत्री महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़ और शांति धारीवाल पर भी फैसला होना है.
ये वो तीन नाम है जिन पर पार्टी लाइन से अलग होकर काम करने के लिए नोटिस जारी हुआ था और जवाब मांगा गया था. पहले माना जा रहा था कि इन तीनों नेताओं पर कांग्रेस आलाकमान नरम रूख अपना सकता है, लेकिन अब फैसला आज होने वाली बैठक में होगा.
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में CLP लीटर भी शामिल होंगे. जानकारों की मानें तो अगर इन नेताओं के प्रति पार्टी का रवाया नरम रहा तो ये अशोक गहलोत गुट के लिए राहत की बात होगी. ऐसा होने पर ये माना जाएगा की अशोक गहलोत को लेकर आलाकमान के मन में अब संशय खत्म हो चुका है.
लेकिन अगर पार्टी कोई सख्त कदम उठाती है तो सचिन पायलट गुट की ये जीत होगी. ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी की रणनीति में बदलाव भी देखने को मिल सकता है.