(नई दिल्ली): राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले राजस्थान राजस्व मंडल के बाहर पिछले 19 दिनों से प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार के साथ ही अन्य पटवारियों की ओर से आमरण अनशन किया जा रहा है. इसके साथ ही राजस्व मंडल पर न्याय रैली निकालकर घेराव भी किया गया.
उसके बावजूद भी पटवारियों के समझौते पर सरकार की ओर से कोई विचार-विमर्श नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण पटवारियों में बहुत गुस्सा भरा हुआ है और प्रदेशभर के पटवारी लामबंद है.
पटवारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द विचार विमर्श कर उन्हें लागू नहीं किया गया, तो फिर वह उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर होंगे. अपको बता दे कि लगातार 19 दिन से आमरण अनशन पर बैठे राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमीवाल के साथ ही पांच पटवारियों की अब तक तबीयत बिगड़ चुकी है जिन्हें धरना स्थल पर ही JLN अस्पताल टीम की ओर से इलाज मुहैया कराया गया है। राजेंद्र कुमार की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें सुरक्षा के बीच JLN अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
लगातार उनका चेकअप कर उनको ड्रिप भी चढ़ाई जा रही है लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान राजस्व मंडल की ओर से कोई आश्वासन भी नहीं दिया जा रहा. ना ही सरकार की ओर से वार्ता को लेकर कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं जबकि सभी पटवारी वार्ता को लेकर लगातार प्रयासरत है जिससे कि उनकी मांगों पर निर्णय लिया जा सके और वह अपना आमरण अनशन और महापड़ाव खत्म कर सरकार की योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचा सके.
पिछले 19 दिनों से प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार के साथ ही अन्य पटवारियों की ओर से आमरण अनशन किया जा रहा है। पटवारियों के इस आंदोलन को लेकर सरकार की योजनाओं का लाभ की जनता तक नहीं पहुंच पा रहा और सभी लगातार परेशान हैं जल्द समझौते को लागू नहीं किया जाता है तो फिर इसका नुकसान सरकार को भी उठाना पड़ेगा.