(जयपुर): राजस्थान में कुछ दिनों पहले पेपर लीक मामला सामने आने पर पूरे प्रदेश में हडकंप मच गया था. इसी मामले को लेकर आज राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से राजस्थान में पेपर लीक मुद्दे पर प्रदर्शन किया जा रहा है. आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल खुद राजधानी जयपुर में इस प्रदर्शन में शामिल हुए.
बेनीवाल ने कहा कि जब महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह के समय बिना मांग किए मुख्यमंत्री ने इस मामले में सीबीआई जांच कराई थी, तो अब सैकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में जांच क्यों नहीं कराई जा सकती. इससे पहले वसुंधरा राजे की सरकार थी, तब भी पेपर लीक हुआ करते थे, जो अब तक जारी है.
हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि किरोड़ीलाल मीणा और सचिन पायलट जैसे नेताओं को अब बीजेपी कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ आना चाहिए. अगर ये दोनों नेता बीजेपी कांग्रेस से अलग हो जाते है, तो अगले चुनाव में आरएलपी की 140 सीटें आएगी.
सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मैनें 2018 में ही तीन विधायकों का समर्थन दिया था. अगर पायलट राजस्थान की चिंता करते है, तो उनको अब फैसला लेना चाहिए. अब समय बेहद कम बचा है.
हनुमान बेनीवाल से जब इस बारे में सवाल किया गया कि सचिन पायलट ने नागौर के परबतसर में शक्ति प्रदर्शन किया था. उस सवाल का जवाब देते हुए बेनीवाल ने कहा कि नागौर तो सिर्फ आरएलपी का गढ़ है, तो वहां किसी का कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं हो सकता है. इस बार नागौर जिले में बीजेपी कांग्रेस दोनों की शून्य सीट आएगी.
हनुमान बेनीवाल ने पेपर लीक मामले में अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सीबीआई जांच होती है तो आधा मुख्यमंत्री कार्यालय जेल चला जाएगा. इसके साथ ही बेनीवाल ने ये भी कहा कि फिलहाल छोटा टिजर है आने वाले समय में इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा. सचिन पायलट और किरोड़ीलाल मीणा से भी मैं मांग करता हूं कि अब सड़क पर आने का समय आ गया है चुनावी साल है. आपको बता दे, कि राजस्थान में जल्द ही 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.