Rajasthan: राजस्थान का किसान इन दिनों काफी डरा हुआ है। डर की वजह- बेरहम मौसम है। मौसम के बिगड़े मिजाज ने किसानों के महीनों की मेहनत और सपनों को बर्बाद कर दिया है। बारिश और ओलों के कारण 3 महीने में 20 लाख से ज्यादा किसान बर्बाद हो गए हैं। ये तो वो आंकड़ा है, जिसकी गूंज पूरे विधानसभा में सुनाई दी है। वहीं राजस्थान के हर गांव और खेत पर जाएंगे तो बर्बादी का गणित और भी ज्यादा डरावना हो गया है। बता दें कि फसलों के कारण पानी में बह गए- बच्चों की शादी के सपने, बेटे को MBA कराने का अरमान और कर्ज के बोझ को सिर से उतारने की उम्मीद है। जब सारी उम्मीदें टूट गईं तो एक किसान ने तो आत्महत्या ही कर ली।
राजस्थान के झालरी (कोटा) में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। सरसों की फसल तैयार होकर खेत में कटी पड़ी थी। अचानक हुई बारिश ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया। बारिश और ओले गिरने से गेहूं आड़े पड़ गए और चना काला पड़ गया। धनिया की भी फसल पूरी तरह से खराब हो गई। किसान ने कर्जा लेकर फसल की थी। सारे अरमान पानी में बह गए। वहीं इसी जून-जुलाई में छोटे बेटे की शादी होनी थी। फसल खराब होने से दाम सही नहीं मिलेंगे और कर्ज चुकाने में दिक्कत होगी। किसान ने कहा अब बेटे की शादी नहीं कर पाऊंगा।
प्रदेश में पिछले दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की पूरी फसलों को बर्बाद कर दिया है। इसकी गूंज इस बार विधानसभा में भी सुनाई दी है। दावा किया गया कि 3 महीने में 21 लाख किसान बर्बाद हो गए। हकीकत में ये आंकड़ा इससे भी ज्यादा है। किसान फसल काटने की तैयारी में ही थे कि अचानक बारिश और ओले गिरने के कारण किसान के सपनों पर पानी फिर गया।
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