Rajasthan: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मध्यप्रदेश के दतिया में पीतांबरा माता की जयंती में शामिल हुए। पीतांबरा माता ट्रस्ट की अध्यक्ष वसुंधरा राजे हैं।
वसुंधरा राजे ने कहा कि मेरी हर मुश्किलें बगलामुखी माता के दर्शन से खत्म हुई। 1962 में भारत पर जब चीन ने आक्रमण किया था, तो भारत का साथ देने से दूसरे देशों ने मना कर दिया था। मंदिर में महायज्ञ का आयोजन किया गया था ताकि इस संकट से बचा सके। इस यज्ञ के 11 वें दिन जब पूर्णाहूति डाली जा रही थी, बॉर्डर से अपनी सेना चीन ने बुला ली थी। इसके बाद जब भी देश पर संकट आता हैं, तो हर बार मंदिर में अनुष्ठान किए गए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अनुरोध किया कि मंदिर को और भी भव्य और सुन्दर बनाएं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पीतांबरा पीठ में आराधना करके अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। राजे ने कहा कि अलग अलग देश के मुख्यमंत्री तथा राजनेताओं का पीतांबरा पीठ के प्रति सच्ची आस्था व प्रेम हैं।