India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Election: भारत में चुनावी रण के एक अलग मजे है और ऐसा प्रतित हो रहा है कि, ये साल और आने वाला साल देश की राजनीति के लिए बहुत ही व्यस्त होने वाला है। क्योंकि इस वर्ष अभी कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने है और अगले साल यानी 2024 में के शुरुआत में लोकसभा के चुनाव होने है। जिसको लेकर सियासत में गर्माहट अभी से देखने को मिल रहा है। सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से पिछे नहीं हट रही है और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे है।
अभी बीेते दिनों में सबसे ज्यादा घमासान कर्नाटक के चुनाव में हुआ, जहां कांग्रेस ने भाजपा को बढ़े अंतर से हराया। जिसके बाद इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव आगामी लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं जो चुनावी लड़ाई के मैदान के लिए मंच तैयार करेंगे.
बाकिं पांच राज्यों में होने बाले विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा गर्माहट राजस्थान में देखने को मिल रही है। अशोक गहलोत की सरकार को पिछे छोड़ना भाजपा के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। बात अगर पिछले विधानसभा चुनाव की करें तो, बीजेपी ने पिछले दो विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित कर सत्ता हासिल की थी। लेकिन इस बार बीजेपी आलाकमान ने पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कही है। तो वही, सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि उनकी सरकार एक बार फिर रिपीट होगी। लेकिन कांग्रेस में आपस की घमासान से ऐसा लग नही रहा कि उनकी सरकार रिपीट होगी।
कांग्रेस का कहना है कि अब पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। कांग्रेस के नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हो चुके हैं। वहीं कांग्रेस का एक ही उद्देश्य है सरकार को रिपीट करवाना। इसी बीच शुक्रवार को कांग्रेस की नवगठित पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक भी जयपुर में हुई। इस दौरान विधानसभा चुनाव को लेकर CM अशोक गहलोत का बड़ा बयान आया है। जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट के जल्द आने के संकेत दिए। इस दौरान उन्होंने ‘मिशन 156’ का भी जिक्र किया।
जानकारी के लिए बता दें कि, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और अशोक गहलोत वहां के मुख्यमंत्री है। जिन्होने पूरे राज्य में कई योजनाओं के तहत जनता को कई लाभ दिए हुए है। कई योजनाएं तो ऐसी है जिन्होने राज्य का पूरा खेल ही बदल दिया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ऐसा लगता है कि, भाजपा कर्नाटक चुनाव से सीखलकर भाजपा इस बार कोई कसर नही छोड़ी और हो भी क्यों ना, राज्य में इस बार पीएम मोदी भी 8-9 बार दौरा कर चुके है। इसी तहर अपनी पार्टी को और मजबूत करने के लिए बीजेपी के बड़े-बड़े नेता और मंत्री भी राजस्थान का दौरा कर चुके है। बीजेपी अपने दौरे के दौरान हर बार सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधती है। इन दोनो ही पार्टियों में ऐसा टक्कर है कि कहना मुश्किल है कि इस बार राजस्थान के विधानसभआ चुनाव में कौन जितेगा।