Rajasthan Election 2023: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष में हुआ बड़ा बदलाव है। अब नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच एक ही चर्चा है कि क्या संगठन में बदलाव होगा। इसे लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बड़े बदलाव की जगह इस चुनावी साल में पार्टी सामाजिक और जातिगत संतुलन पर जोर देगी। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर ब्राह्णण, नेता प्रतिपक्ष के पद पर राजपूत और उपनेता के पद पर जाट को लगा कर सोशल इंजीनियरिंग की कोशिश की है। अब यही कोशिश संगठन में भी करने की तैयारी है।
संगठन के पदाधिकारियों और मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों में जातिगत संतुलन पर विशेष जोर रहेगा। इसके बाद यदि जरूरत पड़ी तो जिला अध्यक्षों में भी बदलाव किया जा सकता है। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर सी.पी. जोशी की नियुक्ति के बाद से ही कई नेता दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं, ताकि उन्हें संगठन में बड़ा पद मिल सके।
पार्टी ने अब तक जो सोशल इंजीनियरिंग की है, उसमें कई जातियों को एडजस्ट करने की कोशिश तो की है, लेकिन अभी एससी-एसटी वर्ग को बड़ी जिम्मेदारी का इंतजार है। केंद्र में अर्जुन राम मेघवाल मंत्री हैं। ऐसे में एससी वर्ग को तो प्रतिनिधित्व मिला हुआ है, लेकिन प्रदेश स्तर पर एससी-एसटी वर्ग को बड़ी जिम्मेदारी देने पर भी विचार किया जा रहा है। इसी तरह एसटी वर्ग से भी संगठन या सत्ता में किसी को एडजस्ट किया जा सकता है।