(जयपुर): राजस्थान का डूंगरपुर स्वच्छता में देश का एक मॉडल बन चुका है. इसके पीछे यहां के सफाई कर्मियों की दिन रात की मेहनत है. बता दे कि यहां 40 से अधिक सफाईकर्मी ऐसे हैं, जो कि शहर की स्वच्छता के लिए सालों से रात को सोते तक नहीं हैं. इसी के चलते नाइट स्वीपिंग सर्वे में डूंगरपुर नगरपरिषद प्रदेश में सबसे आगे है. इसी का नतीजा है कि डूंगरपुर नगरपरिषद स्वच्छता में प्रदेश में लगातार 6 सालों से नंबर वन पर है. रात में काम करने वाले सफाईकर्मियों में से 15 महिला हैं.
डूंगरपुर नगर परिषद में कुल 200 के करीब सफाईकर्मी हैं, जिसमें से 90 सफाईकर्मी महिला हैं. यह सफाईकर्मी सुबह 6 बजे से 10 तक और दोपहर 2 से 6 बजे तक कॉलोनियों व शहर की गलियों में सफाई करते हैं. वहीं रात 8 बजे से सुबह 3 बजे तक सफाई कर्मी शहर की मुख्य मार्ग पर सफाई करते हैं.
नाइट शिफ्ट में काम करने वाली सफाईकर्मी सुनीता यादव बताती हैं कि रात 8 बजे से 3 बजे तक वे रोजाना ग्रुप बनाकर हाथों में झाड़ू लेकर घर से निकलती हैं और पूरे शहर की सफाई करती हैं. वहीं स्थानीय दर्शन देव बताते हैं कि जब वे शाम को दुकान से घर जाते हैं, तब शहर की सड़को पर गंदगी पसरी रहती है और जब में सुबह घर से ऑफिस जाता हूं, तब शहर की सड़कें एक कदम साफ हुई होती हैं. उसका श्रेय सफाईकर्मियों को जाता है. जिनकी बदौलत डूंगरपुर स्वच्छता में नंबर वन पर हैं.
नगर परिषद द्वारा सफाईकर्मियों का रूट तय कर रखा है. रात में 5-5 के ग्रुप बनाकर सफाईकर्मी पूरे शहर में सफाई करते हैं. नगर परिषद ने तहसील चैराहे से लेकर हॉस्पिटल तक, हॉस्पिटल से लेकर बस स्टैंड तक, बस स्टैंड से लगाकर सिंटेक्स चौराहे और तहसील चैराहे से पुराना बाजार तक अलग-अलग रूट बनाए हैं. एक रूट पर 5 सफाईकर्मी लगा रखे हैं. जो की अपने तय रूट पर सफाई करते हैं.
डूंगरपुर शहर स्वच्छता में देश में मिसाल बन चुका है. यहां की स्वच्छता की तारीफ खुद प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक कर चुके हैं. इसका श्रेय यहां के सफाई कर्मचारियों को जाता है. इनका काम शहर के लोगों को दिखाई नहीं देता क्योंकि जब समूचा शहर सो जाता है, उस समय सफाईकर्मी रात को 8 बजे हाथों में झाड़ू लेकर निकलते हैं, जो रात 3 बजे तक शहर चमकाने के बाद ही राहत की सांस लेते हैं. ये सफाईकर्मी कड़ाके की ठंड हो या फिर बारिश का मौसम हो ,बिना एक दिन भी रूके लगातार कार्य कर रहे हैं.
शहर के स्वच्छता के प्रहरी बने इन सफाईकर्मियों का कहना है कि सफाई करना हमारा काम है. क्या देखना बारिश हो या ठंड हमें तो डूंगरपुर को स्वच्छता में हमेशा नंबर वन रखना हैं. जब- जब डूंगरपुर नंबर वन पर आया है तो हमने और अधिक मेहनत कर उसे नम्बर वन बनाए रखा है.