India News(इंडिया न्यूज़ ), Rajasthan: राजस्थान में कांग्रेस में चल रही अनबन के बाद अब पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कमान संभाल ली है। सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने सीएम अशोक गहलोत सचिन पायलट के बीच झगड़े को निपटाने के लिए दोनों से मिलने का फैसला किया है। सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत से अलग-अलग मुलाकात करके उनकी बात को सुनेंगे और समझेंगे।
सूत्रों के मुताबिक घर गए इस बैठक के बाद अपना अंतिम फैसला करेंगे। सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के झगड़े को सुलझाने के लिए पार्टी हर संभव प्रयास की जा रही है। सीएम गहलोत पर भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले को लेकर सचिन पायलट ने हमलावर हैं।
सचिन पायलट के द्वारा लगातार इन मामलों की जांच की मांग की जा रही है। लेकिन अपने बयानों से सीएम गहलोत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पायलट की मांग नहीं मानेंगे। दरअसल सचिन पायलट ने इसी महीने जन संघर्ष यात्रा भी निकाली और 1 दिन का अनशन भी किया था। पदयात्रा और अनशन का इस पर कोई असर ना नहीं हुआ बल्कि एक बार फिर से जुबानी जंग तेज हो गई।
किसी भी स्थिति में चुनाव से पहले कांग्रेस हिंदू बड़े नेताओं के झगड़ों को शांत कराना चाहती है। ताकि वह एकजुट होकर जनता के बीच आ सके। यह मीटिंग बहुत जरूरी मानी जा रही हैं। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि पायलट की मांग कांग्रेस मानता है या नहीं। पलट के कांग्रेस से निकलने की कुछ दिन पहले अटकलें लगाई जा रही हैं हालांकि प्रभारी प्रदेश प्रभारी राजेंद्र सिंह रंधावा स्पष्ट कर चुके हैं कि कांग्रेस कभी अपने नेता को नहीं निकालना चाहती हैं।
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