India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में तनाव देखने को मिल रहा है। वही अब ऐसी सम्भावना जताई जा रही हैं कि राजनीतिक पार्टी में बड़ा फेर बदल देखने को मिल सकता है। दरअसल मुख्यमंत्री के पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट में लड़ाई गंभीर होती दिख रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कह रहे हैं कि उन्हें अब किसी भी पद का लालच नहीं है। सचिन पायलट की विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात और बातचीत के बाद लोग अलग अलग तरह के मतलब निकल रहे है। राजस्थान की राजनीति में आचार्य प्रमोद कृष्णम के एक ट्वीट ने खलबली मचा दी है। प्रमोद कृष्णम ने सीपी जोशी और सचिन पायलट की फोटो को शेयर करते हुए लिखा, ‘खेला होवे’।
बीते शुक्रवार को अशोक गहलोत ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा की मैं 50 साल से राजनीति कर रहा हूं। कांग्रेस ने मुझे सब कुछ दिया। मुझे तीन बार मुख्यमंत्री का पद सोनिया गांधी ने दिया। इंदिरा गांधी ने हमारा साथ दिया और पांच बार सांसद बनाया। इंदिरा गांधी के साथ deputy CM भी रहा। राजीव गांधी के साथ राज्यमंत्री बन गया। प्रधानमंत्री के साथ जुड़ा रहा। नरिसम्हा राव की सरकार में टेक्स्टाइल मंत्री रहा। किसी भी पद के लिए मै भूखा नहीं हूँ। जब तक कि मेरी सांस रहेंगी तब तक मै जनता की सेवा करना चाहता हूं। यही मेरा संकल्प है। धन्यवाद, जय हिन्द।’
शनिवार को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने स्पीकर सीपी जोशी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात कर चर्चा की। इसके बाद सीपी जोशी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिले। सचिन पायलट ने कहा कि नेताओं को जमीन पर उतरना होगा और पार्टी के लिए सुचारु रूप से काम करना होगा। साथ ही उनके सुझावों पर ध्यान देने की बात कही।
सचिन पायलट ने सीपी जोशी से मुलाकात पर कहा कि यह मीटिंग नॉर्मल थी। सीपी जोशी की तरफ से शाम को प्रसादी का आयोजन रखा गया है, इस कार्यक्रम में पहुंच नहीं सकते, इसलिए अभी मिलने पहुंच गए थे।
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