India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक के बाद एक मेवाड़ का दौरा कर रहे हैं।क्योंकि कांग्रेस मेवाड़ में बढ़त हासिल करना चाहती है और बीजेपी को हराना चाहती है।इसलिए सीएम गहलोत खुद हर मुख्य सभा पर फोकस रख रहे हैं।
मुख्य सीट उदयपुर शहर विधानसभा के लिए सीएम गहलोत ने पासा फेंका है।उन्हें उदयपुर का पुराना शहर याद आ गया है जहां उन्होंने आने वाले दिनों में बैठक करने की बात कही है।पुराना शहर शहर का दिल और दिमाग दोनों है। यह कहा जाता है उदयपुर की जड़ें हर तरह से वहीं बसी हुई हैं।
बता दें कि कांग्रेस उदयपुर शहर की सीट पर अपनी हुकूमत लाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। इसके पीछे कारण यह है कि दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया असम के राज्यपाल बने। अब बीजेपी के पास यहां कोई बड़ा चेहरा नहीं है।ऐसे में कांग्रेस इस मौके का फायदा उठाना चाहती है।
उदयपुर शहर की बात करें तो पर्यटन की दृष्टि से यहां सब कुछ है। झीलें, होटल, पुरानी बोली, त्यौहार। इसलिए पर्यटक यहां आते हैं। इसके अलावा राजनीतिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि उदयपुर संभाग का बाजार यहां से लगभग जुड़ा हुआ है। यहां काफी लोग खरीदारी करने आते हैं और कई व्यापारी भी यहां जुड़े हुए हैं। चर्चा है कि यहां 1 लाख लोगों को लुभाने के साथ ही यहां आने वाले लोगों को भी निशाना बनाएंगे।
उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया जो 17 साल तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। चर्चा है कि पूर्व सीएम सुखाड़िया भी उदयपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे, इसलिए ज्यादातर सभाएं पुराने शहर यानी धानमंडी और मुखर्जी चौक में ही करते थे।
यहीं नहीं, 1998 में पिछली बार यहां कांग्रेस जीती थी। तब कांग्रेस से त्रिलोक पुरबिया विधायक बने थे।उन्होंने पुराने शहर में भी बैठकें कीं। ऐसे में अब सीएम गहलोत यहां बैठक करने वाले हैं।
REPORT BY: KASHISH GOYAL
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