राजस्थान:(40 percent of road accidents only in Jaipur, Jodhpur, Alwar, Ajmer and Udaipur): हर साल की तरह इस बार भी सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया है, लेकिन, सड़कों पर दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। राजस्थान में सड़क हादसों में 40 प्रतिशत सिर्फ जयपुर, जोधपुर अलवर, अजमेर और उदयपुर में होते हैं।
2017 से 2021 के बीच राज्य में 1 लाख दुर्घटनाएं हुई। ये 40 हजार दुर्घटनाएं इन्हीं जिलों में घटीं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक 2018 से 2021 के बीच देशभर में हुए 17 लाख रोड एक्सीडेंट्स में 85 हजार राजस्थान में हुए।
इस लिहाज से राजस्थान देश में नौवें और मौतों में चौथे नंबर पर है। देशभर के हादसों में हुईं मौतों में से 6.8% मौतें राजस्थान में होती हैं। राज्य में हर 10 हजार वाहन मालिकों में से 4.5 सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, जबकि राष्ट्रीय आंकड़ा 4 है। विशेषज्ञो का मानना हैं कि ट्रैफिक सेंस की कमी इसका सबसे बड़ा कारण हो सकती है।
बढ़ते सड़क हादसों को लेकर आरटीओ अजमेर डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है, कि ‘रोड इंजीनियरिंग में दोष और राजमार्गों पर प्रभावी चेकिंग की कमी से दुर्घटनाएं होती हैं।
हमारा खराब ट्रैफिक सेंस भी इन सबका जिम्मेदार है। स्थानीय वाहन चालकों द्वारा हाईवे पर गलत पार्किंग, गलत दिशा-लेन में चलना, गलत मर्जिंग और ओवर स्पीडिंग जैसी लापरवाहियां सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं।’ आपको बता दे कि डॉ सिंह केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय में पूर्व सड़क सुरक्षा व तकनीकी सलाहकार भी रह चुके हैं।
जयपुर में 2011 से 2021 के बीच 2.48 लाख हादसे हुए जिनमे 1.10 लाख लोगों की मौत हुई। राजस्थान में 25,797 हादसे 2018 से 2021 के बीच राष्टीय राजमार्गो पर हुए। इनमें 14,893 मौतें हुई। आपको बता दे कि ये देश का 6.8 प्रतिशत हैं।