Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan assembly elections) से पहले राजस्थान में फिर से आरक्षण की मांग उठने लगी। कुशवाहा, माली, सैनी, मौर्य जातियां 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रही हैं। आरक्षण की मांग को लेकर 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से मिलने के लिए निकल गए। सैनी, कुशवाह, मौर्य, माली समाज की तीन प्रमुख मांगें हैं। नवकुश कल्याण बोर्ड का गठन करने, राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय नवकुश छात्रावास का निर्माण करवाने और समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण शामिल हैं।
समाज ने चेतावनी जारी कर दी है कि आरक्षण की मांग को लेकर 21 अप्रैल को वह हाईवे जाम करेंगे। जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर पिछले वर्ष भी जाम किया था। सीएम, मंत्री और अधिकारियों का उस समय भी आश्वासन मिला था, लेकिन उनकी मांगे अभी तक पूरी नही की गई।
माली, सैनी, मौर्य और कुशवाहा आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि अब सरकार से हाइवे पर ही बात करेगें। वहीं प्रशासन इस आंदोलन को रोकने की कोशिश में लगा हैं। आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने फ्लैग मार्च भी निकाला था। समाज का एक ग्रुप आंदोलन के मूड में नहीं दिखाई दे रहा है। उनका कहना हैं कि चक्का जाम करके और आंदोलन करके आरक्षण नही पाना चाहतें हैं। अधिकारियों को ज्ञापन देकर कहा गया कि उन्हें आरक्षण जल्द दिलाया जाए।