India News (इंडिया न्यूज़),Rahul gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यानी बुधवार, 9 अगस्त को बांसवाड़ा दौरे पर आ रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी के दौरे की तैयारियां एक सप्ताह पहले ही शुरू कर दी गई थी। प्रदेश पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा सहित कई मंत्री लगातार बांसवाड़ा कैंप किए हुए हैं। कांग्रेस की पूरी तैयारी है कि मानगढ़ धाम में होने वाली राहुल गांधी की यह सभा ऐतिहासिक बन सके। इसमें कांग्रेस की पूरी कोशिश है। चुनाव से पहले कांग्रेस यह दावा कर चुकी है कि पीएम मोदी की पिछले 6 सभाओं में जितनी भीड़ नहीं जुटी, उससे ज्यादा भीड़ राहुल गांधी की सभा में जुटाई जाएगी। इसके लिए अलग अलग जिलों में स्थानीय नेता लगातार दौरे कर अपनी पार्टी को और मजबुत बना रहे हैं।
आपको बता दें कि पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा की ओर से राहुल गांधी के इस दौरे को एतिहासिक बनाने के लिए अलग-अलग कमेटियों का गठन किया गया है। इन कमेटी द्वारा इस पूरे दौरे का सारा कामकाज संभाला जाएगा। एक 8 सदस्यीय स्टेट लेवल की कमेटी बनाई गई है। जिसमें मंत्री राजयमंत्री भंवर सिंह भाटी, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, एआईसीसी सदस्य दिनेश खोडनिया, अर्जुन बामनिया के साथ बांसवाड़ा विधायक गणेश घोघरा, अध्यक्ष रमेश चंद्र पण्डया, महासचिव चांदमल जैन, नगर परिषद बांसवाड़ा के सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी को शामिल है।
तो वही दूसरी ओर राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर मीडिया, प्रचार-प्रसार और कंट्रोल रूम का कामकाज देखने के लिए मीडिया प्रोटोकॉल कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी में 38 कार्यकर्ताओं को दौरे की जिम्मेदारी दी गई। इनमें मीडिया कमेटी में स्वर्णिम चतुर्वेदी और आरसी चतुर्वेदी को महासचिव बनाया गया है। साथ ही साथ पार्टी के प्रवक्ता पंकज शर्मा और नरेश चौधरी को सचिव बनाया गया है। बता दें कि नितिन सारस्वत, सुखदेव सिंह चौहान, राजकुमार शर्मा, पौरुष भारद्वाज, पंकज शर्मा, मनीष देव जोशी को मीडिया कोर्डिनेटर नियुक्त गया है।
आपको बता दें कि राहुल गांधी की मानगढ़ सभा के जरिए कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को ताकत को बढ़ाने की कोशिश करेगी। इस सभा में राजस्थान कांग्रेस के कई दिग्गजों नेताओं के अलावा सीएम अशोक गहलोत भी शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत को सीएम आवास पर 29 जून 2023 को चोट लग गई थी। उनके पैरे में फ्रैक्चर था, लिहाजा सीएम गहलोत सिर्फ जयपुर के ही कार्यक्रमों को फिजिकली अटेंड कर रहे थे। बता दें कि अब 9 अगस्त को पहला मौका होगा, जब पूरे 40 दिन बाद सीएम एक बार फिर प्रदेश के दूसरे किसी शहर में किसी सभा में शामिल होंगे।