इंडिया न्यूज़, Rajasthan News: पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा राजभवन परिसर में राम कथा (Ram Katha Program) का आयोजन संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन है। राज्यपाल से अपील की कि वह अपने पद की गरिमा को बनाए रखते हुए और चीजों की संवैधानिक योजना के अनुरूप कार्यक्रम को राजभवन के बाहर स्थानांतरित कर दें।
राम कथा के खिलाफ नहीं पीयूसीएल
पीयूसीएल ने एक बयान में कहा कि पीयूसीएल न तो राम कथा (Ram Katha Program) के खिलाफ है और न ही राम या विजय कौशल महाराज के खिलाफ है, लेकिन पीयूसीएल की आपत्ति यह है कि जिस राज्यपाल ने अनुच्छेद 157 के तहत पद की शपथ ली है, वह राजभवन में एक धार्मिक आयोजन कर रहा है। विजय कौशल महाराज द्वारा 27 अगस्त को राजभवन में पांच दिवसीय राम कथा शुरू हो गई है।
यह राज्यपाल का निजी कार्य नहीं था
पीयूसीएल अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव और महासचिव आनंद भटनागर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि व्हाट्सएप संदेशों द्वा रा भेजे गए समारोह के निमंत्रण पर आधिकारिक मुहर और प्रेस विज्ञप्तियां हैं। आयोजन के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किए जा रहे थे। यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि यह राज्यपाल का निजी कार्य नहीं था।
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