India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: कोरोना महामारी के दौरान शुरू की गई खाद्य सुरक्षा योजना ने देशवासियों को आर्थिक मदद पहुंचाई है। इस योजना के तहत सरकार हर महीने लाखों लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराती है। राजस्थान में भी लाखों परिवारों को इस योजना के तहत राशन का लाभ मिलता है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
राजस्थान में हर महीने 4.46 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन दिया जाता है। यह योजना महिलाओं, बच्चों और गरीब परिवारों के लिए एक अहम मदद है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। अब इस योजना में यह बदलाव किया जा रहा है कि गेहूं की जगह बाजरा मुहैया कराया जाएगा। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनाज की खरीद में सुधार करना है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विभाग के साथ इस बदलाव पर चर्चा की है और इसे जल्द ही लागू करने का फैसला किया है। यह फैसला किसानों के प्रति उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिनके लिए आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा किसानों को मुफ्त बीज उपलब्ध कराने की योजना भी चलाई जा रही है, ताकि उन्हें अपनी खेती में आर्थिक सहायता मिल सके।
ये भी पढ़ेंः- कैसा नियम? शादीशुदा महिलाओं को जॉब नहीं दे रही ये कंपनी
इस योजना के तहत राजस्थान सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली आपूर्ति देने का भी फैसला किया है। ये सभी उपाय किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किए गए हैं, ताकि वे अपनी खेती को मजबूत और सुरक्षित बना सकें। इसके साथ ही गेहूं की जगह बाजरा उपलब्ध कराने का भी फैसला लिया गया है, जिससे राजस्थान के गरीब परिवारों को राशन की उपलब्धता में सुधार होगा।
ये भी पढ़ेंः- ऑनलाइन संबंध बनाने पर करता था मजबूर, महिला ने खोली नेता जी की पोल