India News(इंडिया न्यूज़), Petrol Pump Strike: पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की ओर से घोषित ‘नो परचेज नो सेल’ हड़ताल से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रविवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक राज्य के सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। असुविधा से बचने के लिए सभी प्रकार के वाहन चालक आज ही अपने वाहनों में ईंधन भरवा लें। राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष संदीप बगेरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि बीजेपी सरकार पेट्रोल की कीमतें कम करेगी, लेकिन अभी तक फैसला नहीं लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देने के कारण वे पेट्रोल पंप बंद रखने को मजबूर हैं।
राजस्थान में पेट्रोल पंपों की हड़ताल के पीछे मुख्य वजह पेट्रोल डीजल पर वसूला जाने वाला ज्यादा वैट है। दरअसल, पंप संचालकों का कहना है कि राजस्थान सरकार ज्यादा वैट लगा रही है, जिसे कम करने और कमीशन बढ़ाने की मांग पंप संचालक कर रहे हैं। पंप संचालकों की शिकायत है कि 90 दिन बाद भी ईंधन पर वैट कम नहीं किया गया है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 90 दिन की गारंटी दी थी। इसलिए विरोध कर रहे डीलरों और आम जनता के समर्थन से पेट्रोल पंपों को बंद रखने का फैसला लिया गया है।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि राजस्थान में पिछले 7 साल में डीलरों का कमीशन नहीं बढ़ाया गया है। जबकि इन 7 सालों में डीजल पेट्रोल की कीमतें बढ़ीं। माल ढुलाई और अन्य आवश्यक उत्पादों की कीमतें बढ़ गई हैं। वैट कम नहीं होने से प्रदेश के पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक पेट्रोल पंप मालिक आज यानी रविवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक राज्य के सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। घोषणा के मुताबिक 48 घंटे तक पेट्रोल पंपों की हड़ताल रहेगी।
जयपुर के अलावा राजस्थान के 13 जिलों में पेट्रोल पंप बंद रहने वाले हैं। 48 घंटे के लिए पेट्रोल पंपों की हड़ताल होने जा रही है। पंप संचालकों ने 11 मार्च को सचिवालय का घेराव करने की भी घोषणा की है।
सीकर जिले के पेट्रोल पंप बंद होने की वजह से लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वैट कम करने की मांग को लेकर सोमवार को जयपुर के सचिवालय के सामने पेट्रोल पंप के मालिक प्रदर्शन करेंगे। पेट्रोल पंप मालिक सचिवालय का घेराव कर अपनी मांगे रखेंगे सीकर पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के महासचिव अरुण फागलवा ने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 7 साल से डीलर्स का कमीशन नहीं बढ़ाया है। राजस्थान में पड़ोसी राज्यों के मुकाबले वेट भी ज्यादा है। इसलिए यहां पेट्रोल डीजल भी महंगा है सरकार मांगों का समाधान नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन बंद का फैसला भी लिया जा सकता है जिले पर में आज 226 पेट्रोल पंप सुबह से बंद है।