India News (इंडिया न्यूज़)PM Modi Rajasthan Visit: कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार थमने के बाद अब राजस्थान विधानसभा चुनाव पर सभी पार्टियों की नजर बनी हुई है। कर्नाटक छोड़ अब सभी की नजरें राजस्थान की कुर्सी पर टिकी हुई है। इसलिए ही सभी छोटे से लेकर बड़े नेता राज्य का दौरा कर रहे है। इतना ही नही प्रदेस में तुनाव का प्रचार प्रसार करने देश के ग्रह मंत्री भी आए और चुनाव के समय को देखते हुए अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 मई को उदयपुर संभाग के राजसमन्द जिले के श्रीनाथ नगरी नाथद्वारा की एक विशाल सभा में पहुंचेंगे। ये बात कोई और नही बल्कि बीजेपी खुद बता रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव का यह शोर है। बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी इतने उत्सुक है कि इस बैठक के लिए बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांव-गांव पैदल जा रहे हैं, क्योंकि इस सभा मे 1 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य है। इस सभा राजनीति विशेषज्ञ राजनीति का कहना है कि राजस्थान में बीजेपी कमजोर है, इसलिए 100 मर्ज की एक दवा पीएम मोदी को चुनाव के 6 महीने पहले बुला लिया गया। एक्सपर्ट से जानते हैं कि पीएम मोदी की यह सभा क्या रंग लाएगी।
संजय लोढा बताते हैं कि बीजेपी का यह सभा विधानसभा चुनाव का बिगुल है। राज्य सरकार को नाकाम दिखाने के लिए बीजेपी ने कई काम किए, जिसमें हाल ही पार्टी की जन आक्रोश रैली थी। इसमें बीजेपी को राजस्थान में कुछ खास रेस्पॉन्स नहीं मिला है। पार्टियों में गुटबाजी की बात करें तो कांग्रेस में तो दो गुट हैं, जो खुलकर सामने आ रहे हैं। लेकिन बीजेपी में कई हैं, जिनमें अंदर ही अंदर घमासान मचा हुआ है। यही नहीं, पार्टी को स्थितियों से निपटने के लिए आनन-फानन में प्रदेश अध्यक्ष को बदलना पड़ा।
सतीश पुनियां की जगह सीपी जोशी को लाए गए। हालांकि, सीपी जोशी का कद राज्य स्तर का नहीं है। ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि बीजेपी राजस्थान में कमजोर स्थिति से गुजर रही है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में पार्टियां अक्सर विकास और कानून व्यवस्था के मुद्दों को लाती है, लेकिन बीजेपी यहां विकास का मुद्दा नहीं ला सकती। क्योंकि केंद्र अपनी यहां एक योजना गिनाएगा तो राज्य की उनके सामने 6 योजना होंगी। यहां राज्य सरकार से योजनाओं का पिटारा खोल कर रख दिया है। ईडी, आईबी भी कर लिया लेकिन कुछ ज्यादा असर नहीं दिखाई दिया। ऐसे में एक ही रास्ता है पीएम नरेंद्र मोदी।
अगर एक्सपर्ट की बात करें तो, उनका कहना है कि पीएम मोदी किसी भी राज्य में चुनाव घोषणा होने के कुछ समय पहले पहुंचते हैं, लेकिन राजस्थान में 6 महीने पहले एंट्री हो गई है। क्योंकि स्थितियों को भाप लिया गया है। राजस्थान में पार्टी को फिर मजबूत स्थिति में लाना है। वैसे बीजेपी अब किन मुद्दों को लेकर सरकार पर हावी होगी यह बड़ा सवाल है। धार्मिक एजेंडे के अलावा बीजेपी के पास कोई और ऑप्शन नहीं है। इसलिए कर्नाटक में अंत में बजरंगबली की एंट्री हुई, लेकिन राजस्थान में अभी से हो गई।
इस बार बीजेपी की चुनावी रणनीति धार्मिक भावनाओं और जातियों के आस पास ही चलेगी। पीएम मोदी की सभा भी प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्रीनाथ नगरी नाथद्वारा में हो रही है। आपको बता दें कि साथ ही वह सिरोही जिले में भी जाएंगे। यह मेवाड़ और मारवाड़ का सेंटर मीटिंग पॉइंट है। यहां से मेवाड़ और मारवाड़, दोनों पर निशाना साधा जा सकता है।