India News (इंडिया न्यूज़)Pali,पाली: कहते है बच्चे मन के सच्चे होते है। वो भगवान का दूसरा रूप होते है उनको किसी से कोई भेद-भाव नही होता फिर वो चाहे कोई भी हो। बच्चो के मन को जो भा जाए उनको वही चाहिए होता है, नही तो वो रोने लग जाते है। फिर चाहे वो खिलोना हो या कोई इंसान। जी हां प्रदेश में एक मामला ऐसा ही सामने आया है जहां पर बच्चो को उनके मनपसंद शिक्षक छोडकर जा रहे थे, तभी बच्चे रोने लगे। आइए जानते है पूरा मामला।
राजस्थान के पाली जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक के रिटायर होने के बाद छात्र रोने लगे। आंसदड़ा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक जस्सा राम चौधरी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर ग्रामीणों ने एक समारोह आयोजित किया था। सेवानिवृत्ति समारोह में उपस्थित ग्राम वासियों की आंखों में आंसू उमड़ पड़े , यही नहीं विद्यालय प्रांगण में उपस्थित युवा और बुजुर्ग भी शिक्षक के रिटायर होने पर अपनी वेदना रोक नहीं पाए और वे भी रो पड़े। भामाशाह रतन सिंह और बुजुर्ग मोहन सिंह तो शिक्षक जस्सा राम चौधरी से लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगे। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
उनका ऐसा हृदय विदारक, और आंखों को नम करने वाला दृश्य बता रहा था कि शिक्षक की समाज में क्या भूमिका होती है, शिक्षक का स्तर अभिभावक और माता-पिता से बढ़कर होता है। तो वहीं कार्यक्रम के दौरान रिटायर हुए शिक्षक जस्सा राम चौधरी स्कूल के प्रवेश द्वार पर नतमस्तक हुए और अपने 7 सालों के कार्यकाल को याद करते हुए खुद को रोने से नहीं रोक पाए और उन्होने भी रोते हुए अपनी विदाई ली।