नागौर: (rice filling tradition) राजस्थान के नागौर जिला में मायरा यानी भात भरने की परंपरा एक बार फिर से चर्चाओं का विषय बना गया है। नागौर के ढींगसरा गांव के एक किसान परिवार के 6 भाइयों ने रायधनु गांव में अपने भांजे की शादी में बहन को 8 करोड़ 15 लाख का ऐतिहासिक मायरा यानी भात भरा है। जो प्रदेश में अब तक का सबसे ऐतिहासिक मायरा बताया जा रहा है।
मेरे जिले नागौर के खिंवसर स्थित ढींगसरा में मेहरिया परिवार ने भरा ऐतिहासिक मायरा। ट्रेक्टर-ट्रॉली, 2.31 करोड़ नकद, 101 बीघा जमीन, 1.25 किलो सोना,, 125 ग्राम सोना व 14 किलो चांदी।@vinodmittal9 #nagaur #Rajasthan #khinvsar #mayra #भात #नागौर pic.twitter.com/XEQac2DudW
— Uday Choudhary (@uday_journalist) March 26, 2023
ढींगसरा से भाईयों ने सैकड़ों बैलगाड़ी के साथ नागौरी अंदाज में मायरा भरने के लिए रवाना हुए तो वाहनों का करीब 2 किमी लंबा काफिला देखा गया। मायरा भरने जा रहे भाईयों के काफिले में आगे-आगे बैलगाड़ी चल रही थी तो, पीछे ट्रैक्टर ट्रॉलियों में सजे धजे परिधानों में ग्रामीण लोकगीत भी गा रहे थे। पूर्व सरपंच एवं भाजपा नेता भागीरथ मेहरिया ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन के लिए दिल खोलकर भात भरा है।
बहन के घर मायरा भरने आए भाईयों ने बहन को 2 करोड़ 21 लाख रुपए नकद दिए। 1 किलो 105 ग्राम सोना और 14 किलोग्राम चांदी दिया। इसके अलावा बहन को मायरे में 100 बीघा जमीन, 50 लाख रुपये का एक प्लॉट भी दिया। वहीं गेंहू से भरा एक ट्रैक्टर ट्रॉली बहन के मायरे में दी।
इन सभी की अनुमानित राशि 8 करोड़ 15 लाख रुपये पहुंच गई है। वहीं गांव के हर परिवार को डेढ़ तोला चांदी का सिक्का दिया। बहन के घर मायरा भरने के बाद यह नागौर समेत प्रदेश का पहला ऐतिहासिक मायरा कहा जा रहा है।
आपको बता दें कि 10 दिन पहले नागौर में ऐसा ही एक मायरा भरा था। जायल क्षेत्र के बुरड़ी गांव के एक किसान परिवार के तीन भाइयों (हरेंद्र, रामेश्वर और राजेंद्र) ने अपनी भांजी की शादी में 3.21 करोड़ रुपए का मायरा भरा था। बुरड़ी गांव के भाईयों ने बहन के मायरे में 81 लाख रुपए कैश दिए थे।
जब उन्होंने पंच-पटेलों के बीच 81 लाख रुपए के अलावा साढ़े 16 बीघा खेती की जमीन के कागजान, नागौर रिंग रोड पर करीब 30 लाख रुपए का प्लॉट, 40 तोला सोना और 1 किलो चांदी के गहने और धान से भरी ट्रैक्टर-टॉली सौंपी थी। इसके अलावा मामाओं ने अपनी भांजी को एक स्कूटी भी गिफ्ट में दी। वहीं रविवार 26 मार्च को ढींगसरा में 8 करोड़ के भरे गए इस मायरे ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।