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Mass Marriage Conference : मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा-सामूहिक विवाह से बढ़ती है सामाजिक समरसता

• LAST UPDATED : April 11, 2022

Mass Marriage Conference

इंडिया न्यूज़, जयपुर।
Mass Marriage Conference : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन एक महान परंपरा है, ऐसे आयोजन समाज को प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज में गरीब और अमीर का भेद मिटता है तथा सामाजिक समरसता और प्रगाढ़ होती है। (Mass Marriage Conference)

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गहलोत रविवार को नागौर जिले के चेनार गांव में श्री सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान, तीनों गांव की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नवविवाहित 141 जोड़ों को आशीर्वाद दिया और माली समाज संस्थान को इस आयोजन के लिए बधाई दी। (Mass Marriage Conference)

समाज में समानता आने से भावी पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल होगा

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि समाज में समानता आने से भावी पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल होगा। इस परंपरा का निर्वहन सभी समाज करें तो देश को नई दिशा मिलेगी। गहलोत ने कहा कि नागौर प्रेम, सद्भाव, सत्यवादिता और भक्ति की धरा है। मीराबाई और संत लिखमीदास महाराज ने समाज में नई चेतना लाने का जो काम किया, वो आज भी प्रासंगिक है। (Mass Marriage Conference)

नवनिर्मित छात्रावास का वर्चुअल उद्घाटन

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सामूहिक विवाह समारोह स्थल पर आयोजित जनसभा के दौरान महात्मा ज्योतिबा फूले के नाम से नवनिर्मित छात्रावास का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। श्री सैनिक क्षत्रिय माली समाज के भामाशाहों के आर्थिक सहयोग से बनाए गए इस छात्रावास के निर्माण में तीन करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें 32 कमरे व आठ बड़े हॉल हैं। मुख्यमंत्री ने छात्रावास के निर्माण में योगदान देने वाले सभी भामाशाहों के प्रति साधुवाद प्रकट किया। (Mass Marriage Conference)

ज्योतिबा फूले और सावित्री बाई का समाज में दिया गया योगदान अविस्मरणीय

सीएम गहलोत ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फूले ने समाज के पिछड़े वर्ग में शैक्षिक क्रांति लाने का काम किया है। उन्होंने इसकी शुरूआत स्वयं अपने घर से की, अपनी पत्नी सावित्री बाई फूले को पढ़ाया और बाद में वो अध्यापिका भी बनीं। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा और सावित्री बाई फूले ने ना केवल महाराष्ट्र बल्कि समूचे भारत वर्ष में महिला शिक्षा के प्रति जागृति लाने का काम किया। आज इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। ज्योतिबा फूले और सावित्री बाई का समाज के शैक्षिक उत्थान में दिया गया योगदान अविस्मरणीय रहेगा। (Mass Marriage Conference)

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