India news (इंडिया न्यूज़), Kota suicide Students: शिक्षा नगरी कोटा में छात्रों की खुदकुशी का मामला थमने का नाम नही ले रहा। जिसके चलते सरकार ने कोटा छात्रों के लिए कड़े निर्देश दिए। इस बीच फिर एक बार रविवार, 27 अगस्त को नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहे 2 छात्रों की खुदकुशी करने की खबर सामने आई है। ऐसा लग रहा है कि राजस्थान का कोटा शहर धीरे-धीरे एक काले शहर में बदलता जा रहा है। 2 छात्रों की एक साथ मौत से पूरे इलाके में ड़र का माहौल है।
लगातार बढ़ रहे छात्रों की खुदकुशी के मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर ने आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार, ‘कोटा की कोचिंग सेंटर में आने वाले दो महीनों तक परीक्षाएं आयोजित नहीं करेगी। ये फैसला छात्रों को मानसिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के मद्देनजर लिया गया है।’
अगर बात करें इस साल कोटा में आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या की तो, जानकारी के अनुसार, इस साल कोटा में आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 23 हो गई है। बता दें कि पिछले साल इसकी संख्या 15 थी। इसी अगस्त महीने में ही कोटा के 7 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है। कोटा में लगातार बढ़ते छात्रों की आत्महत्या के मामलों को देखते हुए प्रशासन ने हॉस्टल में कई बदलाव भी किए हैं। कमरों में स्प्रिंग-लोडेड पंखों के बाद अब छात्रावासों की बालकनियों और लॉबी में जाल लगाए जा रहे हैं।
Rajasthan | Tests/Examinations at coaching centres in Kota stayed for two months in continuation of "providing mental support and security" pic.twitter.com/RjykseWxiJ
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 28, 2023
हॉस्टल मालिकों का कहना है “यह काफी दुखद घटनाएं है और इससे बचने के लिए ऐसे कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण हैं।” आपको बता दें कि JEE और NEET जैसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सालाना दो लाख से अधिक छात्र कोटा जाते हैं। बच्चे कोई बड़ा कदम न उठाए इसको देखते हुए हॉस्टल के सभी लॉबी और बालकनियों में बड़े जाल लगाए गए हैं। ये जाल 150 किलोग्राम तक वजन झेल सकते हैं और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि छात्र घायल न हों।