(इंडिया न्यूज),जयपुर: (Congress Plenary Session Raipur) इस साल के अंत में राजस्थान समेत कई राज्यों में चुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का आगाज हो रहा है। यह अधिवेशन तीन दिन तक चलेगा। ऐसे में इन चुनावों से पहले ये अधिवेशन काफी अहम माना जा रहा है। यही नहीं इस अधिवेशन में कांग्रेस के कई मुद्दे सुलझने की भी उम्मीद जताई जा रही है। फोकस में इस साल होने वाले विधानसभा और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव होंगे।
पार्टी अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए सियासी रणनीति तैयार करेगी। इसमें सोनिया गांधी, प्रियंका से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम आला नेता शिरकत करेंगे। इस महामंथन में हिस्सा लेने के लिए 10 हजार से ज्यादा कांग्रेसी छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। इस बीच सचिन पायलट का बयान भी सामने आया है। कांग्रेस के अधिवेशन से पहले सचिन पायलट ने कहा कि इस अधिवेशन से कांग्रेस में एक नया संदेश जाएगा और रायपुर से AICC का अधिवेशन देश की राजनीति में एक अहम जगह रखता है। यहां पर प्रस्ताव पारित होंगे और जो संदेश जाएगा, उसे हम जन-जन तक पहुंचाएंगे।
पायलट ने आगे यह भी कहा कि 2024 के लिए NDA सरकार का रिवर्स काउंटडाउन यहां से शुरू होता है। दरअसल, राजस्थान के लिए ये अधिवेशन इसलिए भी खास माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों से प्रदेश कांग्रेस में पायलट-गहलोत विवाद से पार्टी की किरकिरी हुई है, वहीं अब कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि रायपुर में हो रहे इस बड़े राजनीतिक कार्यक्रम में इस मसले का हल निकलेगा।
सभी की नजरें इस अधिवेशन पर टिकी हुई हैं, तो वहीं माना ये भी जा रहा है कि अगर इस अधिवेशन में या इसके बाद भी राजस्थान कांग्रेस से जुड़े मुद्दे नहीं सुलझे तो सचिन पायलट जनता के बीच निकल सकते हैं और सीएम गहलोत के खिलाफ खुलकर मुखर हो सकते हैं।
अपको बता दे कि 2018 में दिल्ली में हुए कांग्रेस राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद लोकसभा चुनाव में कुछ खास फायदा नहीं हुआ था। लेकिन इस बार कांग्रेस पहले से ज्याद सतर्क और मजबूत है, वहीं देखा जाए तो इस बार कांग्रेस का अध्यक्ष भी गैर गांधी है। इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी इस साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा और आने वाले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए अपनी चुनावी रणनीति का रोडमैप तैयार कर सकती है।