India News(इंडिया न्यूज),Junaid-Nasir Murder Case: हरियाणा के भिवानी जिले में एक कार के अंदर दो मुस्लिम युवको के जले हुए शव मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा गया था, उनकी पहचान नासिर और जुनैद के रुप में हुई है। जिसे परिवार की शिकायत के मुताबिक, मृतको को राजस्थान के भरतपुर जिले से अगवा किया गया था। इस मामले में चल रही जांच के मुताबिक, गौ रक्षक समूह 15 घंटे तक घायल नासिर-जुनैद को लिए हरियाणा में घूमते रहे थे। राजस्थान पुलिस के जांचकर्ताओं ने कहा है कि जुनैद और नासिर 15 फरवरी 2023 को राजस्थान के भरतपुर से लापता हो गए थे और उनके जले हुए शव एक दिन बाद हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू में मिले थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कि “हमारी अब तक की जांच में हमने पाया है कि गौरक्षकों के दो समूह अपराध में शामिल थे। दो गोरक्षक समूहों ने 15 फरवरी की सुबह जुनैद और नासिर को पकड़ा था लेकिन उन्हें दोनों के पास कोई गाय नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हरियाणा में प्रवेश करने से पहले दोनों को बुरी तरह पीटा। दोनों को पकड़ने के दो घंटे के भीतर वे उन्हें सौंपने के लिए हरियाणा पुलिस के पास गए लेकिन गंभीर रूप से घायल जुनैद और नासिर को देखकर हरियाणा पुलिस ने मना कर दिया।”
इस बीच आपको बता दें कि इस मामले में हत्या का आरोप मोनू मानेसर पर लगा था। जोकि इस समय हरियाणा पुलिस ने गिरफ्त में है। जिसे अब कोर्ट ने राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है। मोनू मानेसर से अब राजस्थान पुलिस जुनैद-नासिर हत्याकांड के बारे में पूछताछ करेगी। बता दें कि मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया “निर्दोष गौभक्त मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि कुछ समय पहले ही राजस्थान पुलिस ने निर्दोष माना था। चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक लिए गौभक्त मोनू की गिरफ्तारी हुई है, जो उन्हें बहुत भारी पड़ेगा।
निर्दोष गौभक्त मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है,जबकि कुछ समय पहले ही राजस्थान पुलिस ने निर्दोष माना था,चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक लिए गौभक्त मोनू की गिरफ्तारी हुई है, जो उन्हें बहुत भारी पड़ेगा। विश्व हिंदू परिषद गौभक्त मोनू मानेसर को हर प्रकार से सहायता करेगी…
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) September 12, 2023
विश्व हिंदू परिषद गौभक्त मोनू मानेसर को हर प्रकार से सहायता करेगी और आवश्कता पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।” इससे पहले बता दें कि मोनू मानेसर उस समय सुर्खियों में आया था, जब जुलाई महीने में उसने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर किया था। उस वीडियों में उसने कहा था “हरियाणा के मेवात इलाके में 31 जुलाई को ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा निकाली जाएगी जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों के दर्शन करते हुए जाएं। इस यात्रा में मैं खुद भी शामिल रहूंगा।”
इसके बाद धार्मिक यात्रा के दौरान हरियाणा के नूंह जिले में उपद्रव हो गया। इस हिंसा में करीब 3 लोगों की मौत की पुष्टी हुई थी। धार्मिक यात्रा के दौरान आगजनी और पथराव किया गया। हरियाणा में हुई हिंसा के बाद भरतपुर पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर से सटे अपने इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया था और 4 तहसीलों में इंटरनेट सेवा भी बंद की गई। उसके बाद से कई लोग मोनू मानेसर को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे।