India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Jaipur News: हैरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर की कार्यप्रणाली से नाखुश कांग्रेस पार्षदों ने उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात की। रविवार रात करीब छह कांग्रेस पार्षदों ने सीपी जोशी के साथ लंबी चर्चा की। उनका कहना है कि मुनेश गुर्जर पर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो चुके हैं और एसीबी ने सरकार से अभियोजन स्वीकृति मांगी है।
विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के दस से ज्यादा पार्षद भाजपा के संपर्क में हैं और हैरिटेज नगर निगम में कभी भी कांग्रेस का बोर्ड गिर सकता है। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से कांग्रेस पार्षदों का भाजपा नेताओं से संपर्क बढ़ गया था। बताया जा रहा है कि एक पूर्व मंत्री के करीबी पार्षदों ने इस अभियान को चलाया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात करने वाले कांग्रेस पार्षदों में मनोज मुद्गल, उत्तम शर्मा, दशरथ सिंह शेखावत, सरोज कंवर, सुनीता शेखावत और ज्योति चौहान शामिल थे।
समितियों का गठन न होने से गुस्सा
हैरिटेज नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड होने के बावजूद पिछले तीन साल से समितियों का गठन नहीं हो पाया था, जिससे कांग्रेस और उनके समर्थक निर्दलीय पार्षद बेहद नाराज थे।
समितियों के गठन की मांग को लेकर नगर निगम में धरना तक दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद समितियों का गठन नहीं हो सका। पार्षदों का कहना है कि नगर निगम के कामकाज में रुकावट और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते वे मुनेश गुर्जर की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
निर्दलीय पार्षदों के सहारे कांग्रेस का बोर्ड
हैरिटेज नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड पूरी तरह निर्दलीय पार्षदों के समर्थन पर टिका हुआ है। कुल 47 कांग्रेस पार्षदों के साथ 9 निर्दलीय पार्षद भी कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं, जबकि भाजपा के 44 पार्षद हैं।
महापौर और पूर्व मंत्री की तकरार
हैरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है। विधानसभा चुनाव से पहले दोनों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। महापौर मुनेश गुर्जर के पति को भी एसीबी ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। दिलचस्प बात यह है कि मुनेश गुर्जर को महापौर बनाने में प्रताप सिंह खाचरियावास की बड़ी भूमिका रही थी।
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