Jaipur: विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में सभी पार्टियों में हलचल बड़ गयी हैं। साल 2023 के अंत में राजस्थान में विधानसभा के चुनाव में सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गयी हैं। राज्य की गहलोत सरकार भी अपनी योजनाओं को गिनानें में लगी हुई है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से सचिन पायलट का नाम लिए बिना कहा कि हमें आपस में न लड़वाएं। जनता से हम विकास कार्यों के आधार पर वोट मांगेंगे। उन्होंने कहा कि सर्वे के मुताबिक राजस्थान में दोबारा काग्रेंस की ही सरकार बनेंगी।
महंगाई राहत कैंप के दौरान गहलोत ने कहा कि मीडिया को हमें आपस में नहीं लड़ना चाहिए। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ हैं। मीडिया को सच्चाई का साथ देना चाहिए। मीडिया केंद्र सरकार के दबाव में है, लेकिन उन्हें जनता का हित देखना चाहिए।
मेरे सर्वे के मुताबिक भाजपा के झूठ फरेब में जनता नहीं आएगी। जनता ने भी अपना मन बना लिया है कि एक बार फिर से कांग्रेस की सरकार को नेतृत्व का मौका मिलेगा।
गहलोत ने कहा कि जनता को भाजपा गुमराह करने की कोशिश करेगी। लेकिन जनता को उनके झूठ फरेब में नहीं फंसना है। सरकार अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं के बलबूते एक बार फिर से सरकार बनाएगी। पांच साल में हमने एक भी टैक्स नहीं लगाया। बिजली के रेट किसानों के लिए नही बढ़ाए गए हैं।
ओपीएस का लाभ कर्मचारियों को दिया गया। गहलोत ने कहा कि आम जनता के बीच में इन सब योजनाओं के द्वारा जाएंगे। हमने जो सेवा का संकल्प लिया है, उसी के आधार पर काम किया है और आगे भी करते जाएगें।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आरएसएस और भाजपा वालों ने राहुल गांधी से मकान खाली करवा लिया। जब कांग्रेस के लोग आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे, तब उस समय आरएसएस के लोग अंग्रेजों के लिए मुखबिरी करते थे। कांग्रेस की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता चाहे मोदी आए या शाह या ईडी और सीबीआई आ जाए।