(इंडिया न्यूज),जयपुर: (Women of Rajasthan doing business on Holi) देश के सबसे बड़े त्योहोरों में से एक होली का त्योहार आने वाला है, 7 मार्च को छोटी होली तथा 8 मार्च को बड़ी होली देश में मनाई जाएगी। होली के पर्व में उपलों की विशेष महत्वता होती है। होलिका दहन पर अग्नि के लिए गाय के गोबर से बने उपलों का इस्तेमाल किया जाता है। राजस्थान के डूंगरपुर शहर की महिलाएं कुछ खास तरह के उपले तैयार करने में जुटी हैं। यह उपले आम उपलों से बिल्कुल अलग हैं।
इन उपलों की माला की खासियत यह है कि इनको बनाने के लिए गाय के गोवर के साथ इलायची, अश्वगंधा, कपूर सहित कई प्राकृतिक चीजों के मिश्रण का इस्तेमाल किया जा रहा है। डूंगरपुर शहर की महिलाएं बड़ी मात्रा में यह उपले बना कर इनका व्यापार करने में जुट गई हैं। महत्व समझते हुए इसे अवसर के रूप में लिया और हम सभी उपलों की माला बनाने में जुट गई हैं।
महिला मित्र मंडल की अध्यक्ष उमा श्रीमाल ने बताया कि उन्होंने इंटरनेट पर 160 रुपये में 12 पीस उपले बिकते हुए देखे तो उन्हें आइडिया आया कि क्यों ना हम इससे सस्ते में उपले तैयार कर बाजार में बेचकर मुनाफा कमां सकती हैं। हम कुल 40 महिलाएं मिलकर उपलों की माला बनाने का काम रही हैं।
उन्नति सेवा संस्था की अध्यक्ष नीलम श्रीमाल ने बताया कि उपलों की माला बनाकर सभी महिलाएं शहर के तहसील चौराहों पर उन्नति सेवा संस्था की दुकान लगाकर बेचेंगी। दौ तरह की मालाएं तैयार की जा रही हैं। छोटी और बड़ी, सभी को छोटी माला 25 रुपये और बड़ी माला 50 रुपये में मिलेगी। वहीं, उपलों की डिजाइन से लोगों को कोरोना से सावधान रहने का भी संदेश दिया जा रहा है। इसके लिए कोरोना की शेप के भी उपले तैयार किए जा रहे हैं।