India News (इंडिया न्यूज), IAS officer Tina Dabi gives birth to a son: राजस्थान की आईएएस टीना डाबी को भला कौन नही जानता होगा। अपने पहले पति से तलाक के बाद दुसरी शादी आईएस प्रदीप गावंडे से की है। चर्चा थी कि जल्द ही आईएएस टीना डाबी और आईएस प्रदीप गावंडे के घर किलकारी गुंजने वाली है और इस वक्त आईएएस टीना डाबी और आईएस प्रदीप गावंडे के घर में हर्षोल्लास है, क्योंकि उन्होंने आईएस प्रदीप गावंडे के घर को एक सुंदर सा चिराग दिया है। टीना डाबी ने जयपुर के एक अस्पताल में बेटे को जन्म दिया है। जिसके बाद उनके घर में खुशी का माहौल है।
इस खुशी के मौके पर, टीना डाबी और प्रदीप गावंडे के परिवार और दोस्त ने उन्हें खुब बधाई दी, इसके साथ ही उनके बच्चे को आशीर्वाद भी दिया। आपको बता दें कि टीना डाबी उस समय सबसे ज्यादा चर्चीओं में थी जब उनके एक फैसले की वजह से अमर सागर के इलाके में रह रहे हिंदू-परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया है। बता दें कि ये सभी हिंदू परिवार पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत लौट आए थे और तभी से वे लोग यहां रह रहे थे। जिसकी वजह से वहां रह रहे बच्चे और महिलाएं सड़कों पर आ गए हैं। इसके बाद इन लोगों को जैसलमेर में फिर से बसाने के लिए टीना डाबी ने जैसलमेर कलेक्टर रहते हुए काफी काम किए थे। विस्थापिकों को घर बनाने के लिए जमीन का पट्टा दिलाने से लेकर उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी कराई थी। साथ ही विस्थापितों के बच्चों के लिए स्कूल की भी व्यवस्था कराई थी। उस वक्त एक पाकिस्तान विस्थापित महिला ने टीना डाबी को आशीर्वाद दिया था। पाक विस्थापितों को जमीन मिलने के बाद जब तत्कालीन जिला कलेक्टर टीना डाबी उनसे मिलने पहुंचीं थी तब एक बुजुर्ग पाक विस्थापित महिला ने आईएएस टीना डाबी को आशीर्वाद दिया था।
आपको बता दें कि टीना डाबी, जो राजस्थान के कैडर की IAS अधिकारी हैं, ने मैटरनिटी छुट्टी पर जाने का फैसला 5 जुलाई को लिया था और अब वे मां बन गई हैं। कुछ दिन पहले ही, उन्होंने गोदभराई की रस्म की तस्वीरें सोशल मीडिया पर लोगों के साथ साझा की थी, जिससे उनके फॉलोअर्स भी काफी खुश नजर आए थे। टीना डाबी ने समय-समय पर महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की है और समाज में स्त्री सशक्तिकरण के पक्ष में कई पहल की है। इस बीच बता दें कि उन्होंने ‘जैसाण शक्ति, लेडीज फर्स्ट’ कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसके परिणामस्वरूप कई महिलाएं सक्षम बनने में सफल रहीं। उन्होंने अपने प्रयासों से समाज में बदलाव लाने का प्रयास किया है।