अजमेर: (paper leak case) पेपर लीक के मास्टरमाइंड जेल के अंदर है तो अब कौन कर रहा पेपर लीक। जी हां एक बार फिर प्रदेश में बीएससी फिजिक्स और बॉटनी के पेपर लीक हो गए है। अजमेर की महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में बीएससी फिजिक्स और बॉटनी के पेपर बुधवार यानी 5 अप्रैल को सोशल मीडिया पर लीक हो गए। पेपर लीक के विरोध में गुरुवार छ: अप्रैल को सैकड़ों छात्र- छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में कुलपति सचिवालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। छात्र छात्राओं के विरोध को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सिविल लाइस थाना पुलिस को सूचना दी। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र नेताओं को समझा-बुझा कर शांत कराया।
NSUI के पूर्व जिलाध्यक्ष भगवान सिंह चौहान ने बताया कि पिछली परीक्षाओं में भी पेपर सोशल मीडिया पर आउट हुए थे। उस समय भी कुलपति ने मामले पर लीपापोती कर दबा दिया था, लेकिन इस बार हम ऐसा नहीं होने देंगे। चौहान ने आगे कहा कि अगर पेपर लीक मामले की जांच एसओजी या एसीबी से करवाई जाए ताकि कॉलेजों और यूनिवर्सिटी की मिलीभगत सामने आए।
डीएवी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष महिपाल कसवा ने कहा कि प्राइवेट कॉलेजों से यूनिवर्सिटी और कुलपतियों की पुरानी सांठ गांठ रही है, जिसके चलते पूर्व कुलपति प्रो. आर पी सिंह ट्रैप हुए थे। इसलिए हमारी मांग है की पूरे मामले की जांच एसओजी और एसीबी के हवाले की जाए।
प्रदर्शन करने वालों में एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष भगवान सिंह चौहान, जीसीए के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष हनीश मारोठिया, डीएवी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष महिपाल कसवा, डीएवी कालेज छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्णा ठाकुर, महेंद्र रावत, जितेंद्र गुर्जर पुनिया, मनीष कुमार, विक्रम सिंह, रवि गेना, राजवीर, साहिल खान, जब्बर सिंह, नवीन कोमल, नवजीत सिंह और वीरेंद्र सैनी इत्याति मौजूद रहे ।