(इंडिया न्यूज),जयपुर: (Rajasthan passing through unemployment) ये बात किसी से छुपते नही छुपी है कि भारत जैसे देश में कितनी बेरोजगारी है। लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नही निकाल सका। देश में फरवरी महीने में बेरोजगारी दर 7.45% रही। जनवरी में 7.14% थी। गौर करने वाली बात यह है कि शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर 8.55% से घटकर 7.93% हो गई।
जबकि, ग्रामीण इलाकों में दर 6.45% से बढ़कर 7.23% पहुंच गई। यानी, बेरोजगारी दर अब भी शहरों में ही ज्यादा है। CMIE के सर्वे के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर राजस्थान और हरियाणा में है। हरियाणा में 29.4% और राजस्थान में 28.3% है।
छत्तीसगढ़ (0.8%) और मध्यप्रदेश (2.0%) सबसे अच्छी स्थिति में नजर आ रहे हैं। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में ग्रामीण महिलाओं की स्थिति बेहतर रही है। शहरी महिलाओं में बेरोजगारी दर 27.9% तक थी, जबकि ग्रामीण महिलाओं में यह सिर्फ 4.5% दर्ज हुई थी।
केंद्र और राज्य सरकारों के एनपीएस डेटा के मुताबिक साल 2022 में कुल 5,65,500 नए सब्सक्राइबर जुड़े है। अगर इसकी तुलना 2021 के मुकाबले की जाए तो यह संख्या 8% कम हुई है। केंद्र सरकार की ओर से कुल 1.18 लाख नए सब्सक्राइबर NPS से जुड़े है। इनमें 65.2% लोग 18 से 28 साल के बीच के हैं।
2021 में यह औसत 67.8% थी। राज्य सरकारों की ओर से कुल 4,47,480 नए सब्सक्राइबर जुड़े। इनमें 33% ही 18 से 28 साल के बीच हैं। यह औसत पिछले साल से 2% बढ़ा है। IT सेक्टर में दुनियाभर में छंटनी के बावजूद भारत में नियुक्तियां 10% बढ़ीं है। नौकरी जॉबस्पीक के अनुसार, फरवरी 2023 में भारत के IT सेक्टर में भर्तियां फरवरी 2022 के मुकाबले 10% बढ़ी हैं।
जबकि, दुनियाभर के प्रमुख देशों में अब भी छंटनी बंद नहीं हुई है। इस सेक्टर में सबसे ज्यादा डिमांड विशेषज्ञों की है। जैसे- डेटा एनालिटिक मैनेजर, बिग डेटा इंजीनियर, क्लाउड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर आदि। नेसकॉम के अनुसार, 2023 में भारत का IT सेक्टर का आकार 8.4% बढ़ सकता है।