(जयपुर): एक लाख पुलिसवाले हैं प्रदेश में, अगर अफसर क्लास छोड़ दी जाए तो थानों और लाइनों में लगे पुलिसवालों के लिए खुशखबर है आज से थाना पुलिस को भी अवकाश मिलना शुरु हो जाएगा। अपको बता दे कि सबसे पहले शुरुआत अजमेर जिले से की गई है और उसके बाद अगले महीने में सभी जिलों में इसे लागू करने की तैयारी है।
पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की मंशा से अजमेर के गेगल थाने को पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है। गेगल थाने में आज प्रायोगिक तौर पर शुरू होने वाले साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था सफलता पूर्वक लागू होने के बाद अजमेर जिला और बाद में पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। आज से शुरू हो रहे इस पायलट प्रोजेक्ट की अधिकारी जिलास्तर पर हर सोमवार को समीक्षा करेंगे।
डीजीपी उमेश मिश्रा पिछले सप्ताह अजमेर गए थे और वहां पर रेंज अफसरों की बैठक के साथ ही थाना पुलिस और अन्य स्टाफ से भी बातचीत की थी। परेशानियां जानी थी और उसका हल निकालने के लिए कहा था।
इसे देखते हुए अजमेर एसपी चूनाराम जाट ने सबसे पहले सिपाहीयों के अवकाश का मसौदा तैयार किया। डीजीपी ने कहा कि पुलिसवालों पर जिम्मेदारी किसी भी अन्य सरकारी नौकरी से ज्यादा है। सामाजिक जीवन और अपनी हैल्थ के बारे में सोचना जरुरी है। परिवार इंतजार करता है, लेकिन काम के चलते वे लोग नहीं जा पाते।
ऐसे में अब एसपी चूनाराम जाट ने शुरुआत कर दी है साप्ताहिक अवकाश की। एसपी ने कहा कि हर दिन हर थाने से अधिकतम चार पुलिसवालों को वीकली ऑफ मिल सकता है। एसएचओ यह तय करेंगे और हर सोमवार को समीक्षा करेंगे। पहली और आखिरी शर्त यही है कि काम में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
अवकाश की समय सवेरे आठ बजे से अगली सुबह आठ बजे तक रहेगा। नौ बजे पहले ड्यूटी पर रिपोर्ट करना होगा। गेगल थाने के दो पुलिसवालों को आज अवकाश दिया जा रहा है।