(इंडिया न्यूज),भरतपुर: (In the Nasir-Junaid Murder Case Big disclosure of Rajasthan Police) हरियाणा में एक कार में दो मुस्लिम युवको के जले हुए शव मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। हरियाणा के भिवानी जिले में महिंद्रा बोलेरो एसयूवी में जो शव मिले, उनकी पहचान नासिर और जुनैद के रुप में हुई है।
परिवार की शिकायत के मुताबिक, नासिर (25) और जुनैद (35) को राजस्थान के भरतपुर जिले से अगवा किया गया था। इस मामले में चल रही जांच के मुताबिक, गौ रक्षक समूह 15 घंटे तक घायल नासिर-जुनैद को लिए हरियाणा में घूमते रहे।
राजस्थान पुलिस के जांचकर्ताओं ने कहा है कि कम से कम दो गौ रक्षक समूह 15 फरवरी को 15 घंटे से अधिक समय तक घायल जुनैद और नासिर के साथ पूरे हरियाणा में घूमते रहे, इसके बाद अगली सुबह उनके शव एक कार में जले हुए पाए गए। गौरतलब है कि जुनैद और नासिर 15 फरवरी 2023 को राजस्थान के भरतपुर से लापता हो गए थे और उनके जले हुए शव एक दिन बाद हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू में मिले थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कि “हमारी अब तक की जांच में हमने पाया है कि गौरक्षकों के दो समूह अपराध में शामिल थे। उन्होंने कहा, “दो गोरक्षक समूहों ने 15 फरवरी की सुबह जुनैद और नासिर को पकड़ा था लेकिन उन्हें दोनों के पास कोई गाय नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हरियाणा में प्रवेश करने से पहले दोनों को बुरी तरह पीटा। दोनों को पकड़ने के दो घंटे के भीतर वे उन्हें सौंपने के लिए हरियाणा पुलिस के पास गए लेकिन गंभीर रूप से घायल जुनैद और नासिर को देखकर हरियाणा पुलिस ने मना कर दिया।”
अधिकारी ने आगे कहा, कि “15 फरवरी की सुबह से गोरक्षक हरियाणा में तब तक घूमते रहे जब तक उन्होने शवों को जला नहीं दिया। आरोपी गोरक्षक करीब 16-17 घंटे तक स्कॉर्पियो में ही घूमते रहे। नासिर और जुनैद की बोलेरो को भी आधी रात तक गोरक्षकों द्वारा चलाया गया था, जिसके बाद हरियाणा के लोहारू में बोलेरो के साथ दोनों के शवों को आग लगा दी गई। ”
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो समूह एक मेवात क्षेत्र (जिसमें हरियाणा और राजस्थान के क्षेत्र शामिल हैं) और दूसरा हरियाणा के जींद-भिवानी-करनाल से जुनैद और नासिर की हत्याओं में शामिल थे। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस अपहरण और हत्या के आरोप में दर्ज मामले में जांच के तहत ऐसे और गोरक्षक समूहों की मिलीभगत की जांच में जुटी है।
राजस्थान पुलिस के अनुसार, इस केस में अब तक हत्या में जिन नौ आरोपियों की पुष्टि हुई है, उनके अलावा कम से कम एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों की भागीदारी की जांच की जारी है। भरतपुर के आईजी गौरव श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को बताया कि जिस स्कॉर्पियो में गौरक्षकों ने दोनों पीड़ितों को रखा था वह भी मिल गयी है और वह हरियाणा के जींद में एक गौशाला में पायी गयी है।