(जयपुर): अमित शर्मा, जयपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में लगातार देशभर के कांग्रेसी नेताओं का साथ चलना जारी है। 20 नवम्बर को राजस्थान की विधायक दिव्या मदेरणा भी इस यात्रा में शामिल हुईं।
साथ चलीं, फोटो खिंचे, वीडियो बने। दिव्या का यात्रा में शरीक होना और राहुल का उनसे पूरे दिल से मिलना राजस्थान में नए सियासी समीकरणों को हवा दे रहा है। पिछले दिनों दिव्या मदेरणा लगातार सुर्खियों में रहीं। गहलोत खेमे के करीबी मंत्रियों तक को घेरने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
वैसे तो ये सामान्य प्रक्रिया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में कब कहां कौन नेता साथ चलेगा, यह सब स्ट्रैटेजी पूर्व निर्धारित है। लेकिन दिव्या के राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद जिस तरह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आईं, वो राजस्थान में सियासी अटकलें बना रही है।
दिव्या 20 नवम्बर को यात्रा में शामिल हुईं थीं। खुद अपने ट्विटर हैंडल पर उन्होंने वीडियो शेयर किए थे। राजस्थान से शरीक और लोगों के नाम भी लिखे थे और कौन कहां कैसे सो रहा है ये तक अपडेट किया था। अब तीन दिन बाद भी दिव्या राहुल मुलाकात पर चर्चाएं जारी हैं। दिव्या के साथ राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी भी 20 नवम्बर को ही भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।
बीते दिनों राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर लोकसभा से सांसद हनुमान बेनीवाल से उनकी तल्खियां सुर्खियों में रहीं। गौरतलब है दोनों जाट नेता हैं। दिव्या दिग्गज कांग्रेसी नेता परसराम मदेरणा की पोती हैं। दिव्या के पिता महिपाल मदेरणा राजस्थान में कांग्रेस के पिछले कार्यकाल में मंत्री थे।
भंवरी देवी हत्या कांड में उनका विवादित वीडियो सियासी भूचाल लाया था। मंत्री पद छिना, विधायकी गई और महिपाल को जेल हो गई थी। अभी कुछ समय पहले ही महिपाल मदेरणा का देहांत हुआ है। पारिवारिक राजनीतिक विरासत अब दिव्या मदेरणा संभाल रही हैं। कभी अफसरों को फटकारते हुए तो कभी अपनी ही पार्टी के नेताओं को गरियाते हुए नजर आती हैं।
सितम्बर में जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें थीं और सचिन पायलट सीएम न बन जाएं, इसमें गहलोत खेमा जुटा था, तब भी दिव्या मदेरणा मुखर रूप से राजस्थान की राजनीति में सक्रिय नजर आईं थीं।
जब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने पार्टी प्रोटोकॉल को नजरअंदाज करते हुए अपने घर पर गहलोत पक्ष में पार्टी से बगावती तेवर दिखाए थे तब दिव्या मदेरणा ने खुल कर इसका विरोध किया था। बल्कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनने के बाद भी मल्लिकार्जुन खरगे को इस मामले में एक्शन लेने बयान दिव्या ने दिया था।
दिव्या राजस्थान के मारवाड़ अंचल के ओसियां से विधायक हैं और अपने बयानों से मीडिया को लगातार सुर्खियां देती रहती हैं। अजय माकन के इस्तीफे का भी दिव्या ने विरोध किया था। और सरदारशहर उप चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में से ‘बागी नेताओं’ का पत्ता कटने पर भी खुशी जताई थी।