Rajasthan Election: राजस्थान में चुनाव को लेकर कांग्रेस में घमासान जारी है। वहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट जहां बगावती तेवर अपनाए हुए हैं वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की छवि पर विधायकों से फीडबैक मांग रहे हैं। तीन दिन तक चलने वाले इस व्यक्तिगत फीडबैक से सरकार के काम और योजनाओं सहित क्षेत्र का समीकरण पूछा जा रहा है। बता दें कि फीडबैक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा और कांग्रेस प्रदेश प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा उपस्थित रहे।
विधायकों से फीडबैक के नाम पर जो सवाल पूछे गए हैं उससे साफ जाहिर होता है कि राजनीति भले ही राजस्थान में कांग्रेस कर रही है लेकिन अब वो जमीन से दूर है। पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं को विधानसभा वार जातिगत और धार्मिक समीकरण तक पता नहीं है। गौरतलब है बीजेपी के पास विधानसभा तो दूर की बात है। बूथ वाइज क्या समीकरण है, ये भी पता है।
इन 13 सवालों के बीच सबसे बड़ा सवाल यह हो रहा है कि क्या सचिन पायलट गुट के विधायक अपना फीडबैक अशोक गहलोत को देंगे। इस फीडबैक में ऐसा पेंच फंस गया है कि अगर वह कहते हैं कि सब अच्छा है और सरकार की छवि बेहतरीन है तो फिर अशोक गहलोत का विरोध क्यों और अगर वह कहते हैं कि विधानसभा में स्थिति कमजोर है तो फिर मौजूदा विधायकों को टिकट क्यों। इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फीडबैक देंगे।