(इंडिया न्यूज),जयपुर: (Congress leader Sachin Pilot came in support of the heroines) राजस्थान में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाली पुलवामा शहीदों की पत्नियों के समर्थन के कांग्रेस नेता सचिन पायलट सामने आए हैं। पायलट ने शुक्रवार यानी दस मार्च को कहा कि- “कोई भी नागरिक खास तौर पर वो वीरांगनाएं जिनके पतियों ने देश के लिए शहादत दी है, उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए। तीनों महिलाएं मेरे पास आई थी, मैंने उनकी बातें सुनी।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि “मैं अब भी कह रहा हूं कि अगर कोई वीरांगना अपनी बात रखती है तो उन्हें मानना या ना मानना बाद की बात है मगर हमें सुनना चाहिए। उनके साथ पुलिस ने जो व्यवहार किया उसे कोई स्वीकार नहीं कर सकता। उसकी जांच करवा कर कार्रवाई करनी चाहिए।” बता दें कि पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की पत्नियां अपनी मांगों के लेकर बीत कई दिनों से प्रदर्शन कर रही थी।
कोई भी नागरिक खास तौर पर वो वीरांगनाएं जिनके पतियों ने देश के लिए शहादत दी है, उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए। तीनों महिलाएं(विरोध कर रही) मेरे पास आई थी, मैंने उनकी बातें सुनी: पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट, टोंक, राजस्थान pic.twitter.com/Qt977KXTpE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2023
बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी उनके समर्थन में धरने पर बैठे है। भाजपा सांसद किरोरी लाल मीणा ने राजस्थान सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए पूछा कि सरकार को तीनों वीरांगनाओं से इतना डर क्यों है? बीजेपी सासंद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर हमला करते हुए कहा, “सरकार को 3 वीरांगनाओं से इतना डर क्यों है कि पुलिस ने रातोंरात उन्हें उठा लिया।
सरकार को 3 वीरांगनाओं से इतना डर क्यों है कि पुलिस ने रातोंरात उन्हें उठा लिया। पता नहीं उन्हें कहां लेकर गए हैं? वीरांगनाएं मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी से मिलने की गुहार ही तो लगा रही है। मिलकर उनकी बात सुनने से मुख्यमंत्री जी इतना क्यों घबरा रहे हैं?
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) March 10, 2023
पता नहीं उन्हें कहां लेकर गए हैं? वीरांगनाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से मिलने की गुहार ही तो लगा रही है। मिलकर उनकी बात सुनने से मुख्यमंत्री जी इतना क्यों घबरा रहे हैं?” इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर राजस्थान की गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि वीरांगनाओं से सम्मान मिलने के बजाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी पुलिस के दम पर उनका दमन करना चाहते हैं। आज सुबह 3 बजे पुलिस वीरांगनाओं, उनके परिजनों और कार्यकर्ताओं को उठाकर ले गई। ऐसा करके सरकार वीरांगनाओं के हौसले को तोड़ नहीं सकती। हक मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।