(जयपुर): कांग्रेस नेता सचिन पायलट और अशोक गहलोत में एक बार फिर कड़वाहट सामने आई है। सचिन पायलट ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन पर फैसला पार्टी आलाकमान को करना है।
इतना ही नहीं पायलट ने पेपर लीक मामले में मास्टमाइंड पर कार्रवाई करने की मांग की तो उधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सचिन पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पेपर लीक मामले में कार्रवाई हो रही है।
सचिन पायलट ने कहा, मैं हमेशा राजस्थान में शासन से संबंधित मुद्दे उठाता रहा हूं। अगर पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड फरार हैं, तो उन्हें भी पकड़ा जाना चाहिए। आप जानते हैं कि राजस्थान की ज्यादातर जनसंख्या नौजवान हैं हम सबको, राजस्थान की सरकार को भी उनकी फिक्र है मैं ये चाहता हूं कि नौजवानों की आशा बरकरार रहे ऊपर बैठे लोगों पर भी जांच पहुंचे, सरकार ने कार्रवाई की है, जांच चल रही है।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि हम राजस्थान में सरकार बनाते हैं, तो 5 साल में सरकार चली जाती है, लेकिन इस बार हम सबको मिलकर काम करना चाहिए। सभी कांग्रेसी नेताओं को मिलकर साथ आना चाहिए। जनता के बीच पहुंचना होगा, तो हम फिर से सरकार बनाने में सफल होंगे। आपको बता दे कि राजस्थान में जल्द चुनाव होने हैं। अगर पार्टी के सभी नेता साथ काम करें, तो हम राजस्थान में फिर से सरकार बनाएंगे।
पायलट ने ये भी कहा कि सितंबर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं होने देने वाले नेताओं का मामला हाईकमान के संज्ञान में है। उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर पार्टी को फैसला करना है। इन सबको लेकर जो कुछ भी करना है, पार्टी नेतृत्व को करना है।
सब उनके संज्ञान में है, कब कार्रवाई करनी है, क्या कार्रवाई करनी है, ये पार्टी आलाकमान के हाथ में है। चुनाव में ज्यादा समय नहीं है, इसलिए कांग्रेस के नेता मिलकर काम करें, तो राजस्थान में भी सरकार बनेगी।
अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि पेपर किसने लीक किया, कैसे लीक हुआ, इन सबकी जांच अधिकारी कर रहे हैं। कई अधिकारियों को हटा दिया गया है, तो वही दूसरील ओर कई आरोपी के मकान पर बुलडोजर चलाए गये हैं।
इतने कदम जो हमने उठाए हैं और हम क्या कर सकते हैं? इससे ज्यादा क्या करें? गहलोत ने आगे कहा, अगर किसी आरोपी का नाम रह गया है, तो वो हमें बता दें, हम उनपर भी कार्रवाई करेगें, किसी को नहीं छोड़ेंगे।