(जयपुर): राजस्थान में इस साल के आखिर में चुनाव होने है। बता दे कि यहां कांग्रेस की सरकार है और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री है। कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब से है। पंजाब में भी कांग्रेस सत्ता में थी, लेकिन आम आदमी पार्टी वहां स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई और कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया।
ऐसे में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा राजस्थान में भी आम आदमी पार्टी के प्रभाव को लेकर अलर्ट है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मिलकर पंजाब से सटे जिलों में विशेष प्लान बनाने की तैयारी हो रही है। मतलब साफ है कि सुखजिंदर सिंह रंधावा और अशोक गहलोत की साथ मिलकर काम करने की पूरी प्लानिंग हैं।
राजस्थान के वो जिले जो पंजाब से बिल्कुल सटे है, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जैसे जिलों के साथ साथ बीकानेर समेत पूरे नहरी बेल्ट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिला स्तर पर कांग्रेस पार्टी की ओर से अलग अलग कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी हो रही है।
कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को लगातार एक्टिव रखना चाहती है और साथ ही ये भी प्लानिंग है कि पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ लगातार संपर्क बनाए रखें, ताकि वो पार्टी से दूरी न बनाए। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी फील्ड में उतारने की तैयारी में है।
अशोक गहलोत 19 और 20 जनवरी को इसी इलाके में दौरे पर रहेंगे। 19 जनवरी को सूरतगढ़, श्रीगंगानगर में कार्यक्रम है, तो वहीं 20 जनवरी को यहां कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन होगा। आपको बता दे कि इस कार्यक्रम में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहेंगे। ये सारी कोशिशे पंजाब से सटे जिलों में अरविंद केजरीवाल के प्रभाव को कम करने के लिए की जा रही है। पार्टी, कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने की कोशिश करेगी।
गुजरात के चुनाव परिणाम की वजह से भी कांग्रेस विशेष अलर्ट है क्योकि आम आदमी पार्टी गुजरात में 13 प्रतिशत वोट पाने में कामयाब रही। इसके अलावा नहरी बेल्ट में बड़ी तादात में सिक्ख आबादी है और जिसका पंजाब में होने वाली सियासत का भी काफी असर पड़ता है। माना जा रहा है कि अगर मंत्रिमंडल में किसी भी तरह का फेरबदल होता है, तो नहरी बेल्ट को प्राथमिकता दी जा सकती है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में इस इलाके का कांग्रेस पार्टी पर बेहतर प्रदर्शन रहा था। ऐसे में कांग्रेस अब कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहती, दरअसल श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ पंजाब से सटे है और ऐसे में वहां आम आदमी पार्टी के प्रभाव को रोकना जरुरी है। बीकानेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने पिछले चुनाव में अच्छे खासे वोट बटोरे थे।
ऐसे में कांग्रेस का यहां RLP से भी मुकाबला होगा। नहरी बेल्ट में आरएलपी, बीजेपी और AAP को बेअसर करने के लिए अब खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कमान संभाल ली है। अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा की आगे क्या होता है।